Bhagalpur DM Action: डीईओ सहित 3 दर्जन अधिकारियों का वेतन काटा, मांगा स्पष्टीकरण; 48 घंटे के अंदर...
भागलपुर के जिलाधिकारी ने विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने वाले तीन दर्जन से अधिक अधिकारियों का एक दिन का वेतन काट दिया है। साथ ही सभी पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा है। स्पष्टीकरण के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर जिलाधिकारी विभागीय कार्रवाई के लिए विभाग को लिखेंगे। उन्होंने सभी से 48 घंटे में जवाब मांगा है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने वाले तीन दर्जन पदाधिकारियों का जिलाधिकारी ने एक दिन का वेतन काट दिया है। साथ ही सभी पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा है। स्पष्टीकरण के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर जिलाधिकारी विभागीय कार्रवाई के लिए विभाग को लिखेंगे।
जिलाधिकारी (डॉ. नवल किशोर चौधरी) ने बुधवार को बैठक में विभाग व कार्यालय से संबंधित पदाधिकारी व कर्मियों की प्राथमिकता सूची, अक्टूबर से अबतक लंबित पत्रों की सूची, कार्य निर्धारण से संबंधित कार्ययोजना व विभागीय बैठक की कार्यवाही की प्रति के साथ संध्या आठ बजे समीक्षा के लिए जिला गोपनीय शाखा आवासीय कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया था।
समीक्षा बैठक से तीन दर्जन से अधिक अधिकारी अनुपस्थित रहे। इस कारण संबंधित विभाग की उक्त विंदुओं की समीक्षा नहीं हो पाई। जिलाधिकारी ने उक्त अधिकारियों के इस कृत्य को उच्चाधिकारी के आदेश की घोर अवहेलना, सरकारी कार्यों में बाधा, उदासीनता, शिथिलता, जानबूझकर आदेश की अवज्ञा मानते हुए खेद जताया है।
उन्होंने सभी से 48 घंटे में जवाब मांगा है। उन्होंने कहा है कि क्यों नहीं उक्त कृत्य के लिए आपके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही प्रारंभ करने के लिए अग्रेतर कार्रवाई की जाए। बैठक में अनुपस्थित रहने के लिए 11 दिसंबर के वेतन में कटौती की गई है।
जिलास्तर के अधिकारियों पर गिरी गाज
आपदा प्रबंधन के अपर समाहर्ता, वरीय उपसमाहर्ता कृष्ण मुरारी, कुमार मिथिलेश प्रसाद सिंह, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, आइसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, वरीय कोषागार पदाधिकारी, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक, राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक, जिला लेखा पदाधिकारी, जिला भविष्य निधि पदाधिकारी।
जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक, जिला अल्पसंख्यक कल्याण के सहायक निदेशक, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग के सहायक निदेशक, श्रम अधीक्षक एक व दो, जिला योजना पदाधिकारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जिला कला-संस्कृति पदाधिकारी, जिला खेल पदाधिकारी, जिला लेखा पदाधिकारी।
जिला भविष्य निधि पदाधिकारी, जिला नियोजन पदाधिकारी, भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग भागलपुर, कहलगांव व नवगछिया के कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल पश्चिम के कार्यपालक अभियंता, विद्युत कार्यपालक अभियंता, शहरी, पूर्वी, ग्रामीण।
पीरपैंती के तत्कालीन अंचल अधिकारी को अनिवार्य सेवानिवृत्ति
पीरपैंती के तत्कालीन अंचल अधिकारी निर्मल कुमार राय को अनिवार्य सेवानिवृत्ति की सजा सुनाई गई है। उन पर आपदा राहत कार्यों में असहयोग, लापरवाही, सैरातों की वसूली में अनियमितता, वरीय पदाधिकारी के आदेश की अवहेलना और लोक शिकायत अधिकार अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन जैसे गंभीर आरोप लगाए गए थे। समाहर्त्ता, भागलपुर द्वारा 28 जुलाई 2016 को विहित प्रपत्र में आरोप पत्र गठित कर विभाग को उपलब्ध कराया गया था। इसके बाद राय से स्पष्टीकरण की मांग की गई, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
विभागीय जांच में आरोपों को प्रमाणित किया गया और अनुशासनिक प्राधिकार द्वारा उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति का दण्ड सुनाया गया। इस दौरान राय को कई बार स्पष्टीकरण और कारण पृच्छा के लिए अवसर दिया गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
इस मामले में राय की अनुपस्थिति और जवाब नहीं देने के कारण विभाग को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से उन्हें सुनवाई के लिए बुलाना पड़ा, लेकिन इसके बावजूद राय ने कोई जवाब नहीं दिया, जिसके कारण उन्हें यह सजा सुनाई गई। यह कार्रवाई राय की लापरवाही और अनियमितता के खिलाफ विभाग द्वारा ली गई एक बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
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