भागलपुर नगर निगम : मेयर और डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी, पार्षदों का हस्ताक्षर अभियान
Bhagalpur Municipal Corporation भागलपुर नगर निगम में 51 वार्ड है। बहुमत के लिए 26 पार्षदों वोट की आवश्यकता है। अभी यहां 50 वार्ड में पार्षद हैं। अविश्वास प्रस्ताव के लिए 17 पार्षदों के हस्ताक्षर की आवश्यकता है। इसकी तैयारी की जा रही है।
भागलपुर, जेएनएन। Bhagalpur Municipal Corporation : भागलपुर नगर निगम में एक बार फिर अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसका कवायद चल रहा है। इसके लिए नगर निगम के वार्ड पार्षद गोलबंद हो गए हैं। मेयर सीमा साहा और डिप्टी मेयर राजेश वर्मा पूरे घटनाक्रम में नजर बनाए हुए हैं। दोनों अपने समर्थक पार्षदों को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं। यहां बता दें कि मेयर सीमा साहा के पति अनंत प्रसाद उर्फ टुनटुन साह भागलपुर में जिला परिषद के अध्यक्ष हैं। वहीं, राजेश वर्मा ने हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में लोजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था, वे हार गए थे और तीसरे नंबर पर रहे।
अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी
भागलपुर नगर निगम के महापौर सीमा साहा और उप महापौर राजेश वर्मा के खिलाफ वार्ड पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी शुरू कर दी है। इसके समर्थन में पार्षदों ने हस्ताक्षर अभियान चलाया। मंगलवार को देर शाम तक 27 पार्षदों ने हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद कुछ पार्षदों को शहर से बाहर भेज दिया गया। झारखंड के एक सांसद इसमें पैनी नजर बनाए हुए हैं। यहां के एक विधायक भी इस खेल में शामिल हैं। मंगलवार को सुबह 11 बजे पार्षदों के साथ विधायक की बैठक हुई। विरोधी खेमे के पार्षदों ने मेयर के लिए बबीता देवी और डिप्टी मेयर के लिए उमर चांद पर सहमति जता दी है।
इधर, मेयर सीमा साहा और डिप्टी मेयर राजेश वर्मा का खेमा भी पार्षदों को एकजुट करने में जुटी है। रुठे पार्षदों को मनाने में जुटे पार्षदों से संपर्क करने में डिप्टी मेयर ने ताकत झोंक दी है।
इसके पूर्व 16 सितंबर 2019 को भी अविश्वास प्रस्ताव लाने की कवायद की गई थी। 25 सितंबर 2019 को मेयर सीमा साहा और डिप्टी मेयर राजेश वर्मा अविश्वास प्रस्ताव को गिराने में कामयाब रहे थे। 23 पार्षदों ने मेयर और उपमेयर का समर्थन किया था।
सात जून 2017 को महापौर के लिए सीमा साहा और बबीता देवी के बीच मुकाबला हुआ था। जिसमें सीमा साह को 42 और बबीता को आठ मत मिले थे। इसके बाद सीमा साह महापौर बन गई। वहीं, इसी दिन उप महापौर पद के लिए राजेश वर्मा और डॉ प्रीति शेखर के बीच हुआ था। राजेश वर्मा को 44 और डॉ प्रीति शेखर को छह मत मिले थे। एक मत अवैध हुआ था। इसके बाद राजेश वर्मा उपमहापौर बने। राजेश वर्मा से पहले भागलपुर नगर निगम की उपमहापौर डॉ प्रीति शेखर थीं।