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Bhagalpur News: भागलपुर रेलवे स्टेशन की सबसे बड़ी परेशानी होने जा रही दूर, अक्टूबर से शुरू हो जाएगा काम

Bhagalpur News भागलपुर रेलवे स्टेशन की सबसे पुरानी समस्या दूर होने जा रहा है। दरअसल रेलवे स्टेशन पर पानी की समस्या को दूर करने के लिए गंगा का पानी पहुंचाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। गंगा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य अक्टूबर से शुरू हो जाएगा और डेढ़ साल में पूरा हो जाएगा। इस योजना के पूरा होने पर लोगों की समस्या दूर हो जाएगी।

By Alok Kumar Mishra Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Wed, 11 Sep 2024 01:53 PM (IST)
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भागलपुर जंक्शन पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम होगा शुरू (जागरण)

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bhagalpur News: भागलपुर रेलवे स्टेशन तक गंगा का पानी लाने के लिए बनाई गई योजना के तहत वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का अक्टूबर से शुरू होगा और डेढ़ साल में योजना पूरी होगी। काम कोलकाता की मेसर्स एफएनसी कंस्ट्रक्शन एंड कंपनी को मिला है।

रेलवे ने छह साल पहले 2018 में गंगा का पानी स्टेशन तक बनी योजना को भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आइडब्ल्यूए आइ) और वन एवं पर्यावरण विभाग से एनओसी मिलने पर कोलकाता की एजेंसी ने डीपीआर तैयार की। भीषण गर्मी में जलस्तर गिरने से भागलपुर स्टेशन पर पानी की उत्पन्न हो रही गंभीर समस्या के समाधान के लिए रेलवे ने गंगा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की योजना बनाई थी।

इस योजना के पूरा होने पर भागलपुर स्टेशन पर गंगा जल से ट्रेनों की धुलाई होगी। यही नहीं, गंगा जल यात्रियों और कर्मचारियों की प्यास भी बुझाएगी। हर साल गर्मी में जलस्तर काफी नीचे चले जाने से स्टेशन पर पानी संकट उत्पन्न होता है।

इस समस्या के समाधान के लिए गंगा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट योजना के तहत पाइप बिछाकर गंगा से स्टेशन में निर्बाध पानी की आपूर्ति के लिए यह योजना बनाई गई। गंगाजल पहुंचाने के लिए रेलवे ने पूर्व में रास्ते कर लिया है। बरारी घाट से जलापूर्ति सीधे पाइप के जरिए स्टेशन तक की जानी है। इस परियोजना पर 21 करोड़ 50 लाख 10 हजार रुपये खर्च होंगे। इस योजना के पूरे होने के बाद से भागलपुर स्टेशन पर जल संकट की समस्या दूर हो जाएगी।

गर्मी के दिनों में भू-जलस्तर नीचे चले जाने से रेलवे की बोरिंग पानी नहीं निकलता है। इस कारण ट्रेनों की धुलाई और स्टेशन पर पेयजल का संकट गहरा जाता है। 2023 में ही कोचिंग यार्ड परिसर का बोरिंग खराब होने के कारण पानी का संकट होने से ट्रेनों के मेंटेनेंस की समस्या खड़ी हो गई थी। इससे पहले साल 2022 में जलस्तर काफी गिरने की वजह से आरएमएस के पास जलमीनार से 10-15 दिनों तक स्टेशन पर जलापूर्ति की समस्या खड़ी हो गई थी।

भागलपुर-बरारी छोटी लाइन का रूट तय

रेलवे स्टेशन तक जलापूर्ति पाइप बिछाने के लिए रेलवे ने भागलपुर-बरारी छोटी लाइन का रूट तय किया है। कई जगहों पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी। रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को पीने के लिए गंगाजल मिलेगा। बरारी घाट से गंगा से पानी स्टेशन पर आएगा। पानी को पीने लायक बनाने के लिए ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे। इसके बाद प्लेटफार्म और ट्रेनों की टंकी में पानी की सप्लाई होगी। भागलपुर स्टेशन से प्रतिदिन 45-50 हजार यात्रियों का आवागमन होता है। गंगाजल स्टेशन के पेयजल बूथ प्वाइंट के जरिए यात्रियों को मुहैया कराया जाएगा।

महत्वपूर्ण ट्रेनों का होता है रखरखाव

भागलपुर कोचिंग यार्ड में 10 महत्वपूर्ण ट्रेनों का रखरखाव होता है। इसमें विक्रमशिला एक्सप्रेस, दानापुर इंटरसिटी, एलटीटी एक्सप्रेस, अंग एक्सप्रेस, सूरत एक्सप्रेस, जनसेवा एक्सप्रेस, अमरनाथ एक्सप्रेस, साप्ताहिक एक्सप्रेस, अजमेर एक्सप्रेस , हमसफर, वनांचल जैसी प्रमुख ट्रेनें हैं। सीनियर डिविजनल इंजीनियर को-आर्डिनेशन ने बताया कि ठेकेदार सर्वे कर रहा है। अक्टूबर में काम शुरू होगा। मार्च-अप्रैल 2027 तक योजना पूरी करने का लक्ष्य है।

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