Bhagalpur News: प्यार में धोखा खाकर गंगा में छलांग लगाने आई BCA की छात्रा को लोगों ने बचाया, कहा- अब ब्यॉयफ्रेंड भाव नहीं देता
बिहार में भागलपुर के विक्रमशिला पुल से छलांग लगाने वाली बीसीए की छात्रा को एक केला विक्रेता ने बचा लिया। वह पुल पर चढ़कर गंगा में कूदने ही वाली थी कि ऐन वक्त पर उसे बचा लिया गया। दरअसल उसका प्रेमी इंजीनियर है और कोलकाता के किसी मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब लगने के बाद से वह उससे कटा-कटा रहता है। उसने उसका नंबर भी ब्लॉक कर दिया है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। प्यार में धोखा खाई बीसीए पास युवती गुरुवार की देर शाम विक्रमिशला पुल से गंगा में छलांग लगाने का प्रयास किया, जिसे स्थानीय लोगों ने विफल कर दिया। युवती को लोगों ने अपने कब्जे में लेकर उसे संभाला। युवती टोटो पर सवार हो जीरोमाइल चौक से पहुंची थी।
केला विक्रेता ने लड़की को छलांग लगाने से बचाया
जोगसर थाना क्षेत्र के बूढ़ानाथ रोड की रहने वाली युवती ने छलांग लगाने के पूर्व अपना मोबाइल और जूती पुल के पैदल पथ पर रख कर जैसे ही रेलिंग पर चढ़ ही रही थी कि पास से साइकिल से गुजर रहे केला विक्रेता बुधन मंडल ने युवती को पकड़ लिया। उसे रेलिंग से हटाया।
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प्रेमी जॉब लगने के बाद से कटा-कटा रहने लगा
इस बीच विक्रमशिला पुल से गुजर रहे कई वाहन भी रुक गए। स्थानीय बरारी के कुछ लोग भी तब दौड़ कर वहां पहुंच गए। युवती को काबू में करने के बाद उसके परिवार वालों को घटना की सूचना दी।
युवती बार-बार यही कह रही थी कि उसमें अब जीने की इच्छा नहीं बची है। जिससे वह प्यार करती थी वह इंजीनियिरंग का छात्र था।
एक मल्टीनेशनल कंपनी में जाॅब लग जाने के बाद वह कोलकाता चला गया है। उससे वह कटा-कटा रहने लगा है। उसका नंबर भी ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है। युवती ने बांका जिले के अमरपुर के रहने वाले प्रेमी का नाम आशीष कुमार बताया है।
स्थानीय लोगों की सूचना पर युवती का भाई मौके पर पहुंचा और उसे घर ले गया। इस बीच घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को लगी तो वह भी मौके पर पहुंच मामले की छानबीन शुरू कर दी।
5 नवंबर बांका जिले के युवक ने लगाई थी छलांग
प्यार में धोखा खाने पर 15 नवंबर, 2023 को बांका जिले के रजौन टेकानी गांव निवासी 35 वर्षीय चंदन कुमार ने बुधवार को विक्रमशिला पुल से गंगा में छलांग लगा दी थी। बरारी पुल घाट पर मौजूद स्थानीय गोताखोरों ने डूब रहे चंदन को तब बचा लिया था।
शरीर के अंदर पानी अधिक चले जाने के कारण गोताखोरों ने परंपरागत तरीके से पानी निकाल बरारी थाने को तब घटना की जानकारी दी थी।
बरारी पुलिस मौके पर पहुंच उसे जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया था। चंदन के पिता नरेश साह को बुला तब बरारी पुलिस ने चंदन को सौंप दिया था।
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