Bhagalpur, Bihar News : एक विवाह ऐसा भी... लाखों में तौली गई गरीब की बेटी
Bihar Bhagalpur news भागलपुर के इस मालिक की दरियादिली की आज हर कोई चर्चा कर रहा है। अपने मजदूरों की खुशी के लिए मालिक ने ऐसा काम कर दिया जिसे सुनकर हर कोई तारीफ करने को मजबूर हो जाता है।
By Abhishek KumarEdited By: Updated: Mon, 15 Mar 2021 02:55 PM (IST)
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bihar Bhagalpur news : रिश्ते की अहमियत क्या होती है और इसे कैसे निभाया जाता है, इसे शंकर यादव से समझने की जरूरत है। अकबरनगर के ईंट भट्ठा के मालिक शंकर यादव की दरियादिली की आज चारों ओर चर्चा हो रही है। और हो भी क्यों नहीं? अपने मजदूरों के साथ इन्होंने अपनों से भी बढ़ कर रिश्ता निभाया। इसके लिए उन्होंने खजाना के साथ दिल के भी द्वार खोल दिए।
दरअसल, जगदीशपुर के नवादा निवासी डोमी मांझी और बांका के फुल्लीडुमर निवासी अधिकलाल मांझी शंकर यादव के भट्ठे पर कई साल से काम कर रहे थे। दोनों के परिवार भी साथ-साथ रहते थे। परिवार के सारे सदस्य मिल कर मजदूर करते थे। इसी दौरान डोमी मांझी और अधिकलाल मांझी के परिवार के बीच नजदीकियां बढऩे लगी और धीरे-धीरे यह दोस्ती में बदल गई। लेकिन, वे दोनों इतने पर संतुष्ट नहीं थे। दोनों इसे रिश्तेदारी में बदलना चाहते थे।
इसके लिए अधिकलाल मांझी अपने पुत्र गिरधारी मांझी का विवाह डोमी मांझी की पुत्री कविता से करना चाहते थे। पर, उनदोनों के पास शादी के खर्च के लिए रुपये नहीं थे। इस बात की जानकारी जैसे ही भट्ठा मालिक शंकर यादव को मिली वे तुरंत उन दोनों के पास पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने विवाह का सारा खर्च खुद उठाने का भरोसा दिया।
ईंट भट्ठे पर बना मंडप, सारे मजदूर बने बाराती
सब कुछ तय हो जाने के बाद शनिवार को मुहूर्त के अनुसार बारात निकली। इसमें भट्ठे पर कार्यरत सारे मजदूर शामिल हुए। साथ ही भट्ठे पर ही मंडप बनाया गया था, जहां धूम-धाम से शादी हुई।
शंकर बोले- सारे मजदूर मेरे परिवार के सदस्यभट्ठा संचालक शंकर यादव ने बताया कि सारे मजदूर मेरे परिवार का हिस्सा है। उनके हर सुख-दुख में हम लोग खड़े रहते हैं। दोनों परिवार हमारे यहां वर्षों से काम कर रहे थे। शादी के लिए उनके पास पैसे की कमी थी, इसकी सूचना मिलने पर हमने जितना संभव हो सका इंतजाम किया।
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