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बिहार : सरकारी सेवाओं में महिलाओं को 35 व पंचायती राज और नगर निकाय के चुनाव में 50 प्रतिशत आरक्षण : CM नीतीश

बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने मधेपुरा में कहा कि महिलाओं के उत्‍थान के सरकार लगातार प्रयास कर रही है। नशा बाल विवाह व दहेज प्रथा के खिलाफ अभियान में और आएगी तेजी। बिहार के तर्ज पर पूरे देश में शुरू हुआ आजीविका।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Updated: Mon, 07 Mar 2022 06:07 AM (IST)
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मधेपुरा में लोगों का अभिवादन स्वीकार करते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार।

जागरण संवाददाता, मधेपुरा। समाज सुधार अभियान के तहत रविवार को मधेपुरा पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने नशामुक्ति, दहेज प्रथा और बाल विवाह उन्मूलन को लेकर चल रहे प्रयास पर विस्तार से चर्चा की। सीएम ने समाज में महिलाओं की भूमिका में आए बदलाव को लेकर कहा कि परूषों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर महिलाएं काम कर रही हैं। बिहार में महिलाओं को सरकारी सेवाओं में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। इस वजह से बड़ी संख्या में महिलाएं सरकारी सेवाओं में नियुक्त हो कर कार्य कर रही है। नौकरियों में महिलाओं की भागिदारी बढऩे से परिवारों में भी समृद्धि आयी है।

उन्होंने कहा कि जहां सरकारी सेवाओं में 35 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण दिया गया है। वहीं 2006 के बाद महिलाओं को पंचायती राज व्यवस्था व नगर निकाय के चुनाव में 50 प्रतिशत की भागिदारी बिहार में दी जा रही है। इससे बड़े पैमाने पर महिलाएं घरों से निकल कर समाज में आत्म निर्भर हुई है। इन सब वजहों से महिलाओं का सम्मान समाज व परिवार में काफी बढ़ा है। जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि जीविका से जड़ी महिलाओं ने समाज में अपनी अलग पहचान बनाने में सफल रही है। जीविका से जड़ी महिलाएं जहां आत्मनिर्भर हो चुकी हैं। वहीं समाजिक कुरीति के खिलाफ आवाज उठा कर लोगों को जागरूक कर रही है।

ताड़ी से पाएं मुक्ति नीरा का करें उत्पादन

समाज सुधार अभियान के दौरान रविवार को बीएन मंडल स्टेडिया में जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जीविका दीदियों की मांग पर ही राज्य में शराब बंदी को लागू हुई। नशामुक्ति के खिलाफ यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। सीएम ने ताड़ी उत्पादन करने के व्यवसाय से जुड़े लोगों को आह्वान करते हुए कहा कि ताड़ी का उत्पादन छोडिये इससे मुक्ति पाइये। ताड़ी की जगह नीरा का उत्पाद करें। यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद है। उन्होंने कहा कि ताड़ी का उत्पादन छोड़ कर नीरा का उत्पादन करने वाले परिवारों को सरकारी स्तर से एक लाख रुपये तक का मदद उपलब्ध कराया जाएगा। सीएम ने कहा कि ताड़ी का उत्पादन करने वाले परिवारों को नीरा के उत्पादन करने के लिए प्रेरित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सूर्योदय से पहले निकल तार के रस से गुड़ व पेड़ा भी तैयार हो रहा है। ऐसे में इस कार्य से जुड़ कर लोगों अपने घर परिवार में समृद्धि ला सकते हैं। बस इसके लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है।