बिहार में तेजी से पनप रहा नशे का कारोबार, शहरी क्षेत्र में ड्रग पैडलर एक्टिव; गली-मोहल्ले में धड़ल्ले से हो रही स्मैक-ब्राउन शुगर की बिक्री
बिहार में नशे का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। भागलपुर में गली-मोहल्ले में अब घातक नशीली पुड़िया की खरीद-बिक्री हो रही है। स्मैक-ब्राउन शुगर की तस्करी और खरीद-बिक्री रोकने में लगी पुलिस इनकी सक्रियता देख हांफने लगी है लेकिन स्मैक-ब्राउन शुगर की तस्करी करने वालों को दबोच नहीं पा रही है। हालांकि पुलिस ने इसको लेकर शहर में कार्रवाई और तेज कर दी है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर के शहरी क्षेत्र में स्मैक-ब्राउन शुगर की बिक्री करने वाले ड्रग पैडलरों की सक्रियता बढ़ गई है। गली-मोहल्ले में अब घातक नशीली पुड़िया की खरीद-बिक्री हो रही है।
शराबबंदी के बाद से चोरी-छिपे बेची जाने वाली शराब की कीमत इतनी अधिक हो गई है कि नशेड़ियों की जमात हजार रुपये की शराब खरीदने के बजाय दो-तीन सौ रुपये में बिकने वाली स्मैक-ब्राउन शुगर की पुड़िया खरीद उसके नशे की लती हो रहे थे।
अब तो इसके लती भले घर के लड़के और स्कूल-कालेज के छात्र भी होने लगे हैं। उन्हें योजनाबद्ध तरीके से ड्रग पैडलर पहले एक-दो बार फ्री की सेवन कराता जिसके बाद तो वह अपना सबकुछ बेचने को, फिर चोरी, छिनतई को उतारू हो जाते। इस कड़ी में पहले घर का सामान बेचते फिर बाहर चोरी-छिनतई करने लगते।
स्मैक-ब्राउन शुगर की तस्करी और खरीद-बिक्री रोकने में लगी पुलिस इनकी सक्रियता देख हांफने लगी है लेकिन स्मैक-ब्राउन शुगर की तस्करी करने वालों को दबोच नहीं पा रही है।
पुलिस टीम की दबिश में पकड़े जाने वाले आरोपितों में तस्करों की नहीं बल्कि उसकी खरीद-बिक्री करने वाले मोहल्ले में सक्रिय दागियों की ही हो पा रही है। दूसरे राज्यों से मादक पदार्थ की तस्करी में शामिल तस्करों की गिरफ्तारी भागलपुर में बीते तीन वर्षों में आधा दर्जन का आंकड़ा पार कर सकी है।
पुलिस लाखों मूल्य के ब्राउन शुगर की बरामदगी में सफल जरूर रही। एसएसपी आनंद कुमार ने सभी थानाध्यक्ष, इंस्पेक्टर और डीएसपी को इस बात के लिए खास तौर पर अगाह कर रखा है कि उनके कार्य क्षेत्र में स्मैक-ब्राउन शुगर या अन्य नशे की खरीद-बिक्री करने वालों की धरपकड़ में तेजी लाए।
पहले से इस मामले में आरोपित बने लोगों की सूची बनाकर उनके विरुद्ध् कार्रवाई तेज करें। एसएसपी की सख्ती बाद अब पुड़िया की खरीद-बिक्री करने वाले पैडलर धड़ाधड़ धरे तो जाने लगे लेकिन तस्करों की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है।
इन थानाक्षेत्र में ज्यादा सक्रिय हैं पैडलर
बांग्लादेश, म्यामार, नेपाल के अलावा पूर्वोत्तर राज्यों से मादक पदार्थ की तस्करी
अपराध की दलदल में धंसते चले जा रहे हैं इस नशे के लती
इन जगहों पर होती खरीद-बिक्री, गुर्गे रखते पुलिस पर नजर
अबतक की बड़ी बरामदगी
तीन वर्षों में 73 आरोपितों की गिरफ्तारी
तीन वर्षों में 33 आरोपितों को मिल चुकी है सजा