'अब कभी नहीं लौटूंगा...', बिहार में DSP के बॉडीगार्ड ने गोली मारकर की आत्महत्या; परिजनों में मचा कोहराम
बिहार के कटिहार में डीएसपी के बॉडीगार्ड ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। जब मृतक का शव घर आया तो परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक की पत्नी और माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक के पिता ने बताया कि उनके बेटे ने अपनी बहन से कहा था कि अब वह कभी वापस नहीं लौटेगा।
संवाद सूत्र, नवगछिया। DSP Bodyguard Suicide कटिहार के डीएसपी के बॉडीगार्ड ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने वाला बॉडीगार्ड रंगरा थाना क्षेत्र के सधुआ गांव का मूल निवासी थे। कटिहार में पोस्टमार्टम के बाद उसके पैतृक घर पर शव पहुंचते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया।
मृतक दीपक की मां, पिता जगदंबी सिंह, पत्नी मंजू सहित परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। घटना के बाद सधुआ गांव स्थित पूरे टोले का माहौल गमगीन हो गया है।
दीपक ने 2007 में ज्वाइन की थी BMP
पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक दीपक ने वर्ष 2007 में बीएमपी (बिहार मिलिट्री पुलिस) ज्वाइन की थी और हाल के कुछ समय से कटिहार डीएसपी के बॉडीगार्ड के रूप में तैनात था। वह दो भाइयों में सबसे छोटे था और बड़ा भाई भी बीएमपी में कार्यरत है।
दशहरे पर आया था मृतक
पिता जगदंबी सिंह ने बताया कि दीपक अपने परिवार के साथ कटिहार में ही रहता था। दशहरे के मौके पर छुट्टी में अपनी पत्नी एवं बच्चों सहित घर आया था। पत्नी एवं बच्चों को घर पर छोड़कर ही बीते सोमवार की शाम में वे सधुआ स्थित अपने घर से ड्यूटी के लिए कटिहार निकल गया था और रास्ते में बखरी स्थित अपनी बहन के घर जाकर खाना भी खाया था। इसके बाद वह सीधे कटिहार निकल गया था।
'अब कभी नहीं लौटूंगा...'
पिता ने बताया कि अपनी बहन को दीपक ने फोन कर खीर और पूड़ी बनाने के लिए कहा था। जब वह अपनी बहन के यहां से कटिहार के लिए निकल रहा था तो उसने बहन को बताया कि "अब वह कभी वापस नहीं लौटेगा"। मगर बहन ने इसे मजाक के रूप में ले लिया।
वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि दीपक शुरू से ही चिड़चिड़ा मिजाज का था। गांव आने पर किसी न किसी से बात-बात में भी विवाद करता रहता था। वहीं, बताया जा रहा है कि ड्यूटी के दौरान भी उसकी अपने सहकर्मियों से नहीं बनती थी।