Bihar Flood 2021: सिल्क सिटी के बियाडा पर भी बाढ़ का असर, 13 इकाई में घुसा पानी, प्रशासन पर उठ रहा सवाल
Bihar Flood 2021 सिल्क सिटी के बियाडा पर भी बाढ़ का असर दिख रहा है। कुल 13 इकाइयों में पानी घुस गया है। इससे उत्पादन प्रभावित हो रहा है। वहीं इसको लेकर बियाडा प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं।
By Abhishek KumarEdited By: Updated: Wed, 18 Aug 2021 07:35 AM (IST)
जागरण संवाददाता, भागलपुर। गंगा उफान पर है। गंगा खतरे के निशान लगभग 36 सेमी उपर बह रही है। गंगा के रौद्र रूप का असर बियाडा पर भी पड़ा है। बियाडा परिसर में स्थापित 13 औद्योगिक इकाईयों में बाढ़ का पानी घूस गया है। इस कारण ऐसे उत्पादन इकाई में कार्य ठप हो गया है। इधर, ईस्टर्न बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद अग्रवाल ने कहा कि यह स्थिति बाढ़ के साथ साथ बियाडा के अधिकारियों की लापरवाही के कारण उत्पन्न हो रही है।
बियाडा परिसर में समुचित सड़क, ड्रेनेज की व्यवस्था नहीं होने के कारण हर बार बारिश में उद्यमियों को कठिनाई झेलनी पड़ती है। कई बार इबिया द्वारा बियाडा अधिकारियों का ध्यान इस तरफ आकृष्ट कराया गया है, इसके बावजूद व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है। उद्यमी अनूप शर्मा ने कहा कि अगर यही स्थिति रही तो उद्योगों को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ेगा। जिससे भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। साथ ही मजदूरों के सामने रोजगार की समस्या उत्पन्न हो जाएगी।
ईस्टर्न बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव आलोक अग्रवाल ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बाढ़ राहत में बियाडा स्थित उद्योगों को भी शामिल किया जाए और उन्हें इस अवधि में सरकारी शुल्क, विद्युत शुल्क आदि में राहत दी जाए। कोषाध्यक्ष रूपेश ने बताया कि बियाडा में अधिकतर खाद्य प्रसंस्करण के उद्योग हैं, जिन्हें बाढ़ से ज्यादा नुकसान है। बियाडा उद्यमी प्रदीप गुड्डेवाला ने कहा कि सरकार को पंप लगा कर पानी निकासी कि व्यवस्था करनी चाहिए, साथ ही विशेषज्ञों से बियाडा परिसर को बाढ़ से सुरक्षा के लिए दीर्घ कालीन उपाय सोचने चाहिए।
इधर, बियाडा के विकास पदाधिकारी सौम्य वर्मा ने कहा कि ड्रेनेज सिस्टम को विकसित किया गया है। गंगा का जलस्तर काफी अधिक है। इस कारण ड्रेनज को बंद कर दिया गया है, ताकि गंगा का पानी ड्रेनेज के सहारे बियाडा परिसर में नहीं आए। अभी पंप के जरिये भी पानी की निकासी संभव नहीं है। हमारा आउटफाल गंगा की तरफ ही है। गंगा के जलस्तर में अत्यधिक वृद्धि होने के कारण अभी गंगा की ओर पानी का निकासी संभव नहीं है। बाढ़ के कारण उत्पन्न हुए हालात पर अधिकारियों के साथ चर्चा की गई है। भविष्य में बाढ़ से बचाव के लिए आरसीसी कार्य कराने का निर्णय लिया गया है।
प्रस्ताव बना कर शीघ्र ही मुख्यालय को भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलने के बाद आरसीसी कार्य कराए जाएंगे। दीवार से होकर गंगा का पानी परिसर में प्रवेश कर जाता है। आरसीसी वर्क के बाद बियाडा परिसर को बाढ़ की समस्या से बचाया जा सकता है।
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