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Bihar Flood News: कोसी में हाई अलर्ट, उठा दिए गए बराज के सभी 56 फाटक; लोगों से सावधान रहने की अपील

नेपाल में मूसलाधार बारिश के कारण कोसी नदी का जलस्तर बढ़ गया है जिससे कोसी क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी किया गया है। कोसी बराज के सभी 56 फाटक उठा दिए गए हैं। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। 1968 के बाद पहली बार कोसी नदी में इतना अधिक पानी छोड़ा जा रहा है जिससे इलाके के लोग भयभीत हैं।

By Madhbendra Kumar Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Sat, 28 Sep 2024 12:09 PM (IST)
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कोसी में हाई अलर्ट जारी किया गया (जागरण)
जागरण संवाददाता, सुपौल/भागलपुर। Flood in Bihar: नेपाल में हुई भारी वर्षा के कारण नदियों के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। आज कोसी का डिस्चार्ज 6,81,000 क्यूसेक तक पहुंचने का अनुमान है जो कोसी क्षेत्र के लिए अलार्मिंग है।

कोसी में हाई अलर्ट, बराज के सभी 56 फाटक उठा दिए गए

प्रशासन ने कोसी में हाई अलर्ट जारी किया है। कोसी बराज से कोसी का डिस्चार्ज पूर्वाह्न बजे 11 बजे 494210 क्यूसेक रिकार्ड किया गया है। बराज के सभी 56 फाटक उठा दिए गए हैं। अभियंताओं की मानें तो अभी बराज पर खतरा नहीं है। हालांकि कोसी तटबंध पर निगरानी बरती जा रही है।

सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह

तटबंध के अंदर बसी आबादी को बाहर आने और ऊंचे तथा सुरक्षित स्थान पर शरण लेने को कहा जा रहा है। इसके लिए शुक्रवार की रात से ही प्रशासन की ओर से माइकिंग कराई जा रही है। 56 वर्ष बाद कोसी अपना रिकार्ड दोहराएगी। 1968 के अक्टूबर महीने में कोसी बराज का डिस्चार्ज 7,88,000 क्यूसेक तक पहुंच गया था। दशकों बाद इतनी मात्रा में पानी छोडे जाने के कारण पूरे इलाके के लोग काफी भयभीत हैं।

कल दोपहर तक कोसी खगड़िया और इसके बाद नवगछिया और कटिहार में असर दिखाएगी। कोसी के साथ ही नेपाल से आने वाली अन्य नदियों में भी उफान है। किशनगंज से गुजरने वाली महानंदा, मेची, कनकई, रतुआ आदि नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। लोग पलायन कर रहे हैं।

झंझारपुर में कमला का जलस्तर लगातार बढ़ रहा

वहीं झंझारपुर में कमला नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है।

कमला बलान में बढ़ा जलस्तर 

नेपाल में भूस्खलन में 10 लोगों की मौत

नेपाल में लगातार बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन हुआ है, जिससे पिछले 24 घंटों के दौरान कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और सात लोग लापता हो गए, जबकि परिवहन बाधित हो गया। अधिकारियों ने कहा कि हिमालयी राष्ट्र में अधिकांश नदियाँ उफान पर हैं, सड़कों और पुलों पर बह रही हैं, दक्षिण एशिया की वार्षिक मानसूनी बारिश की वापसी में लगभग एक सप्ताह की देरी के बाद पूरे क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हुई।

पुलिस प्रवक्ता दान बहादुर कार्की ने कहा कि भूस्खलन के कारण 28 स्थानों पर राजमार्ग अवरुद्ध होने के बाद पुलिस मलबा हटाने और सड़कों को यातायात के लिए फिर से खोलने का काम कर रही है।

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