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Bihar Jamin Mapi: जमीन मापी के लिए इस तारीख से चलेगा अभियान, बाट जोह रहे लोगों के होठों पर खिलेगी मुस्कान

जमीन की मापी कराने के इच्छुक लोगों को राहत मिलेगी। बार बार की तारीख पर उन्हें अंचल जाने और इस कार्य के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। लोग निर्धारित तारीख पर तैयार रहेंगे और जमीन की मापी करा सकेंगे। विवाद की स्थिति में वे स्पष्ट रूप से जान सकेंगे कि उन्हें जमीन विवाद को सुलझाने के लिए क्या करना होगा और कहां जाना होगा।

By Hirshikesh Tiwari Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 27 Feb 2024 02:58 PM (IST)
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जमीन मापी के लिए इस तारीख से चलेगा अभियान, बाट जोह रहे लोगों के होठों पर खिलेगी मुस्कान

ललन तिवारी, भागलपुर। अगर आपको जमीन की मापी करानी है तो अब आपको लंबा इंतजार करने, रोज-रोज अंचल के चक्कर काटने व तारीख पर तारीख लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। नए सीओ ने नए प्रयोग के साथ इसे अभियान के रूप में चलाने की ठान ली है। इसके तहत सबौर अंचल में इच्छुक लोगों की जमीन की मापी संबंधी हर समस्या का स्थाई समाधान करने की कार्ययोजना बनाई गई है।

इसके शुरू होने से प्रखंड क्षेत्र में लंबे समय से अपनी जमीन की पैमाइश कराने के लिए इंतजारत लोगों को राहत मिलेगी। इसके लिए विगत छह माह से उन्हें लगातार अंचल कार्यालय के चक्कर काटने पड़ हैं। इसके स्थाई समाधान के लिए नये अंचलाधिकारी ने अतिरिक्त कैंप लगाकर सप्ताह भर मापी ड्राइव चलाने का निर्णय लिया है।

क्या है कार्ययोजना

इसके लिए एक से सात मार्च तक अतिरिक्त कैंप लगाया जायेगा। उसमें तीन प्रकार के आवेदन लिए जाएंगे। पहले प्रकार के आवेदकों में वे शामिल रहेंगे जिनका एनआर कट चुका है, लेकिन अबतक उनकी जमीन की मापी नहीं हो पाई है। दूसरी श्रेणी में वे आवेदक शामिल रहेंगे जिनके आवेदन पर कर्मचारियों ने रिपोर्ट कर दी है, लेकिन अबतक एनआर नहीं कटा है।

तीसरी श्रेणी में ऐसे लोग शामिल होंगे जिन्होंने जमीन की मापी के लिए ताजा आवेदन दिए हैं। तीनों तरह के आवेदनों की जांच कर आवेदकों को तारीख दी जाएगी। उसकी सूचना अंचल कार्यालय के सूचना पट पर आवेदक के नाम के साथ चिपका दी जाएगी। जो जमीन विवादित होगी उसे अंचल स्तर पर सुलझा ली जाएगी। नहीं सुलझने की स्थिति में आवेदक को वरीय अधिकारी और न्यायालय में जाने की सलाह दी जाएगी।

विवादित जमीन की मापी नहीं की जाएगी। जमीन की मापी सप्ताह में पांच दिन सोमवार से शुक्रवार तक की जाएगी। पूरा शिड्यूल तैयार रखा जाएगा। ताकि अमीन जिस क्षेत्र में नापी करने जाएंगे वहां दिन भर में कई लोगों की भूमि की मापी की जा सके। किसी आवेदक का काम पेंडिंग नहीं रखा जाएगा।

क्या होगा फायदा

इससे जमीन की मापी कराने के इच्छुक लोगों को राहत मिलेगी। बार बार की तारीख पर उन्हें अंचल जाने और इस कार्य के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। लोग निर्धारित तारीख पर तैयार रहेंगे और जमीन की मापी करा सकेंगे। विवाद की स्थिति में वे स्पष्ट रूप से जान सकेंगे कि उन्हें जमीन विवाद को सुलझाने के लिए क्या करना होगा और कहां जाना होगा।

मापी कराने वालों के बड़ी संख्या में आवेदनलंबित रहने के कारण इस कार्य को शीघ्र पूरा कराने के लिए यह विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए अलग से शिविर लगाया जायेगा। आवदकों की मापी की तारीख की सूचना अंचल कार्यालय की सूचना पट पर लगाई जाएगी। निर्धारित तिथि पर संबंधित आवेदक की जमीन की निश्चित रूप से मापी होगी। - सौरव कुमार, सीओ सबौर

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