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Bihar New Four Lane: जीरोमाइल से मिर्जाचौकी तक सुगम होगा यातायात, 450 करोड़ की लागत से बन रही 48KM सड़क

बिहार में जीरोमाइल से मिर्जाचौकी तक बन रही 48 किलोमीटर लंबी सड़क पर सितंबर 2025 तक यातायात सुगम हो जाएगा। इस सड़क के निर्माण में 450 करोड़ रुपये की लागत आ रही है। सड़क का निर्माण दो हिस्सों में किया जा रहा है। जीरोमाइल से मिर्जाचौकी तक 48 किलोमीटर और घोरघट से नाथनगर दोगच्छी तक 50 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जा रहा है।

By Alok Kumar Mishra Edited By: Rajat Mourya Updated: Thu, 24 Oct 2024 11:15 AM (IST)
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450 करोड़ की लागत से जीरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच 48 किलोमीटर सड़क का निर्माण हो रहा है। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, भागलपुर। मुंगेर जिले के घोरघट से मिर्जाचौकी तक भागलपुर होकर बन रहे एनएच 80 (National Highway 80) पर 11 महीने बाद सितंबर 2025 तक यातायात सुगम हो पाएगा। इस सड़क का निर्माण दो हिस्सों में कराया जा रहा है। 450 करोड़ की लागत से जीरोमाइल से मिर्जाचौकी (Zero Mile to Mirzachowki Road) के बीच 48 किलोमीटर और घोरघट से नाथनगर दोगच्छी तक 50 किलोमीटर सड़क का निर्माण 350 करोड़ की लागत से हो रहा है।

इकरारनामा के अनुसार, जीरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच इस साल 24 नवंबर को और घोरघट से नाथनगर दोगच्छी के बीच जनवरी 2025 तक निर्माण पूरा होना है, लेकिन कार्य प्रगति काफी धीमी होने के चलते तय समय पर सड़क का काम पूरा नहीं हो पाएगा। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के क्षेत्रीय पदाधिकारी (आरओ) ने बिहार में चल रही परियोजनाओं की डिले रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें भागलपुर में जीरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच बन रहा एनएच 80 भी शामिल है।

बाढ़ के कारण अटका काम?

रिपोर्ट में इस परियोजना को इकरारनामा के अनुसार, एक साल से अधिक समय पीछे चलने की बात कही गई है। आरओ की डिले रिपोर्ट में सड़क बना रही असम की एजेंसी टीटीसी ने भी अपना पक्ष रखा है। उसमें कहा गया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 30 जगहों में स्लोब प्रोटेक्शन के काम के लिए जमीन उपलब्ध नहीं कराई जा सकी है। घोघा सहित कई जगहों पर जमीन को लेकर विवाद उत्पन्न होने के साथ ही नियमित रूप से फ्लाईऐश की आपूर्ति नहीं किए जाने के कारण सड़क निर्माण में समस्या खड़ी हो रही है। इसके कारण निर्माण में देरी हो रही है।

समस्याओं को ध्यान में रखते हुए टीटीसी द्वारा मंत्रालय से 10 महीने समय बढ़ाने की मांग की गई है। समय एक्सटेंशन की मांग करते हुए सितंबर 2025 तक सड़क निर्माण पूरा करने का एजेंसी ने दावा किया है। इधर, जीरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच कुल 57 किलोमीटर सड़क का निर्माण होना था, लेकिन शिवनारायणपुर से मिर्जाचौकी के बीच 8.5 किलोमीटर सड़क मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन (ग्रीन प्रोजेक्ट) में चले जाने की वजह से अब 48 किलोमीटर ही टीटीसी को सड़क बनानी है।

48 किलोमीटर में अबतक 20 किलोमीटर सड़क ही बन पाई है, जबकि 28 किलोमीटर और सड़क बननी है। इसमें 10 किलोमीटर में डीएलसी का काम हो चुका है। अभी 15 और कलवर्ट और मसाढू पुल का भी निर्माण होना है। दूसरी ओर घोरघट और नाथनगर दोगच्छी 50 किलोमीटर सड़क में अबतक 17 किलोमीटर ही सड़क बन पाई है। सुल्तानगंज से नाथनगर दोगच्छी तक सड़क बन चुकी है, जबकि अकबरनगर में विवाद की वजह से 300 मीटर सड़क निर्माण का कार्य बाधित है।

सुल्तानगंज से घोरघट के बीच सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। इस मार्ग पर भी बाढ़ प्रभावित 15-20 जगहों पर स्लोब प्रोटेक्शन का काम होना है। एकरारनामे के अनुसार इस सड़क का निर्माण जनवरी में पूरा होना है, लेकिन कार्य प्रगति को देखते हुए तीन महीने में निर्माण पूरा होने की उम्मीद नहीं है। हालांकि, सड़क बना रही राजस्थान की एमजी कंपनी द्वारा अबतक टाइम एक्सटेंशन की मांग नहीं की गई है।

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