रिटायरमेंट के बाद पैसे के लिए नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर: राजभवन का निर्देश- 2 माह पहले ही तैयार कर लें कागजात
राजभवन सचिवालय के संयुक्त सचिव प्रवीण कुमार गुप्ता ने इस संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि इस तरह के काफी मामले लंबे समय तक लंबित रहते हैं। इसपर राज्यपाल ने नाराजगी जताई है। इसलिए उसे जल्द निपटाने का प्रयास किया जाए।
By Ranjit KumarEdited By: Deepti MishraUpdated: Sat, 08 Apr 2023 06:00 PM (IST)
संवाद सूत्र, भागलपुर: राजभवन ने रिटायर्ड होने वाले शिक्षक व कर्मचारियों के कागजात को दो महीने पहले ही तैयार करने का निर्देश दिया है ताकि समय पर कर्मियों व शिक्षकों को सेवानिवृत्ति का लाभ मिल सके। राजभवन ने यह आदेश टीएमबीयू सहित राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को दिया है।
कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें सेवानिवृत्ति के बाद अपने पैसे लेने के लिए शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी कई सालों तक विश्वविद्यालय के चक्कर लगाते नजर आए हैं। अगर सही समय पर विश्वविद्यालय राजभवन के निर्देशों का पालन करें तो राजभवन के इस निर्णय से उन लोगों को राहत मिल सकती है।
राजभवन सचिवालय के संयुक्त सचिव प्रवीण कुमार गुप्ता ने इस संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि इस तरह के काफी मामले लंबे समय तक लंबित रहते हैं। इसपर राज्यपाल ने नाराजगी जताई है। इसलिए उसे जल्द निपटाने का प्रयास किया जाए। इसके लिए सेवानिवृत्ति के दो महीने पहले ही सेवांत लाभ में मिलने वाली राशि की गणना कर ली जाए। जिससे सेवानिवृत्ति के तुरंत बाद उन्हें सेवानिवृत्ति का लाभ मिल सके। राजभवन ने यह भी निर्देश दिया है कि पेंशन कोषांग के नोडल पदाधिकारी विश्वविद्यालय में पेंशन संबंधित मामलों का आवेदन प्राप्ति के 15 दिनों के अंदर निष्पादित करना सुनिश्चित करें।
राजभवन को प्रतिदिन भेजनी होगी रिपोर्ट
राजभवन द्वारा जारी निर्देश में यह भी कहा गया है कि नोडल पदाधिकारी को विश्वविद्यालय शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के सेवांत लाभ आदि के भुगतान से संबंधित मामलों की अद्यतन स्थिति का प्रतिवेदन इस सचिवालय को प्रतिदिन ईमेल के माध्यम से उपलब्ध कराएं।
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