Bihar Teacher News: भागलपुर के 56 प्रधानाध्यापकों पर हो सकता है एक्शन, बच्चों के मामले में घोर लापरवाही आई सामने
Bhagalpur News बिहार के भागलपुर में 56 प्रधानाध्यापकों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। इन सभी पर बच्चों के साथ लापरवाही करने का आरोप है। शिक्षा विभाग ने 24 घंटे के भीतर इन सभी प्रधानाध्यापकों से जवाब मांगा है। जवाब नहीं देने पर इन सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी। शिक्षकों और एजेंसी पर भी कार्रवाई हो सकती है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bihar News: आइसीटी लैब के माध्यम से हर सप्ताह बच्चों का मूल्यांकन किया जाना है, लेकिन पिछले सप्ताह के मूल्यांकन में भागलपुर जिले की स्थिति खराब होने की वजह से 25 जुलाई को शिक्षा विभाग के वीडियो कान्फ्रेंसिंग में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक द्वारा डीपीओ एसएसए डा़ जमाल मुस्तफा को जवाब-तलब किया गया था।
56 प्रधानाध्यापकों से मांगा गया स्पष्टीकरण
इसके बाद डीपीओ एसएसए एक्शन में हैं। आइसीटी लैब के माध्यम से बच्चों का मूल्यांकन नहीं करने वाले जिले के 56 प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण पूछा गया है। 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब नहीं देने पर या जवाब असंतुष्ट पाए जाने पर प्रधानाध्यापकों पर विभागीय कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
56 स्कूलों द्वारा घोर लापरवाही
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एसएसए डा़ जमाल मुस्तफा ने बीओओ माडल के आइसीटी लैब में विभाग द्वारा 22 जुलाई को लिंक शेयर किया गया था। ताकि बच्चों का साप्ताहिक मूल्यांकन किया जा सके, लेकिन 23 जुलाई को हुए मूल्यांकन में इन 56 स्कूलों द्वारा घोर लापरवाही बरती गई और बच्चों का मूल्यांकन नहीं लिया गया।इसके कारण राज्य में जिले का रैंक खराब हो गया। भागलपुर जिला द्वारा 51 प्रतिशत आइसीटी लैब में ही बच्चों का मूल्यांकन किया गया था, जबकि पिछले रिपोर्ट के मुताबिक जिले में 134 प्रतिशत मूल्यांकन का दर रिकार्ड हुआ था।
वहीं, प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण पूछे गए स्कूलों में बिहपुर प्रखंड के तीन, गोपालपुर के एक, गोराडीह के सात, जगदीशपुर के एक, कहलगांव के सात, खरीक के चार, नगर निगम के सात, नारायणपुर के चार, नाथनगर के एक, नवगछिया के पांच, पीरपैंती के चार, रंगरा के चौक, सन्हौला के एक, शाहकुंड के दो, अजगैवीनाथ धाम के छह स्कूल शामिल है।