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Bihar Teachers: KK Pathak के आदेश पर भागलपुर के 395 टीचरों पर एक्शन, 14 नियोजित शिक्षकों पर भी लटकी तलवार

अपर मुख्य सचिव के के पाठक के आदेश पर जुलाई महीने से राज्य के स्कूलों में लगातार निरीक्षण का कार्य चल रहा है। पढ़ाई में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर विभाग लगातार एक्शन ले रहा है। भागलपुर की बात करें तो जिले के 1955 स्कूलों में निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित सहित अन्य खामियों को मिलाकर विभाग द्वारा अबतक 395 शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है।

By Edited By: Mohit TripathiUpdated: Thu, 02 Nov 2023 04:47 PM (IST)
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के के पाठक के आदेश के बाद एक्शन में जिला शिक्षा पदाधिकारी। (फाइल फोटो)

अभिषेक प्रकाश, भागलपुर। शिक्षा विभाग के निर्देश पर जुलाई महीने से लगातार निरीक्षण का काम चल रहा है। भागलपुर जिले के 1955 स्कूलों में निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित सहित अन्य खामियों को मिलाकर विभाग द्वारा लगातार शिक्षकों पर कार्रवाई भी की गई है।

शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, अबतक 395 शिक्षकों पर कार्रवाई हुई है। जिनमें उनकी एक दिन या दो दिन या उससे अधिक समय के लिए सैलरी काटी गई है।

सैलरी कटने वाले में उच्च माध्यमिक माध्यमिक और प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक हैं, जबकि सबसे अधिक सैलरी प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की कटी है।

इसके अलावा, जिला शिक्षा विभाग द्वारा अन्य मामलों में कार्रवाई करते हुए इस साल अबतक एक शिक्षक को सेवा मुक्त किया गया है, जबकि दूसरी पर प्रोसिडिंग जारी है। वहीं, शिक्षा विभाग के चार शिक्षकों द्वारा त्यागपत्र भी दिया गया है।

14 शिक्षकों के खिलाफ एक्शन जल्द

जिला शिक्षा विभाग द्वारा 2022-23 के लिए विभिन्न मामलों जैसे घोटाले, अपनी आपराधिक प्रवृत्ति इसके अन्य गंभीर मामलों में शामिल शिक्षकों पर करवाई को लेकर सूची नियोजन इकाई को सौंपी गई थी।

जिला शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, ऐसे 14 शिक्षक हैं; जिन पर कार्रवाई होनी है, जिसमें जगदीशपुर, सन्हौला, नवगछिया सहित अन्य प्रखंड के शिक्षक शामिल हैं।

8 महीने से लटका है 10 शिक्षकों पर कार्रवाई का मामला

जिला शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, 14 में से चार शिक्षक अभी जेल में विभिन्न गंभीर मामले में शामिल होने को लेकर सजा काट रहे हैं, जबकि 10 पर कार्रवाई होनी है।

वहीं, शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नियोजित शिक्षकों पर कार्रवाई में नियोजन इकाई बहुत विलंब करती है, जबकि ऐसे मामलों को लेकर नियोजन इकाई को सतर्क रहना चाहिए था।

10 शिक्षकों पर कार्रवाई मामला पिछले आठ महीने से पेंडिंग है, लेकिन नियोजन इकाई इस पर अब तक कोई निर्णय नहीं लिया है।

निरीक्षण के दौरान जिन शिक्षकों के खिलाफ जानकारी मिली उन पर कार्रवाई की गई है। अनुपस्थित पाए जाने वाले शिक्षकों का वेतन कटा है। यह प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी। इसके अलावा नियोजन इकाई को शिक्षकों को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है।

संजय कुमार जिला शिक्षा पदाधिकारी

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