Bihar Weather Today: बिहार में दीवाली पर बारिश होगी या नहीं? पढ़ लीजिए मौसम विभाग का ताजा अनुमान
Bihar Weather बिहार में दीवाली पर मौसम के बिगड़ने के कोई आसार नहीं हैं। 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को बारिश की कोई संभावना नहीं बन रही है। लोगों को पटाखे जलाने या पूजा करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। हालांकि कुछ जिलों में आसमान में बादल छाए रह सकते हैं और शाम में ठंड हवा चलेगी। इसलिए लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
संवाद सहयोगी,भागलपुर/पटना। Bihar Weather News: बिहार में दीपावली पर मौसम का साथ मिलेगा या नहीं, इसे लेकर मौसम विभाग का पूर्वानुमान सामने आ गया है। मौसम विभाग ने आज यानी 31 अक्टूबर के लिए बिहार के किसी भी जिले के लिए बारिश की चेतावनी जारी नहीं की है।
बिहार के सभी जिलों में दिन में धूप निकलेगी और रात में हल्की ठंड रहेगी। लोगों को दीप जलाने व झालर लगाने में कोई दिक्कत नहीं होगी। बिहार कृषि विश्वविद्यालय की मौसम विज्ञानी डा. नेहा पारीक ने बताया कि मौसम सामान्य बना रहेगा। तापमान में कोई विशेष उतार-चढ़ाव नहीं होगा।
हालांकि, कुछ जिलों में आसमान में हल्के बादल छाये रहेंगे। कम गति से पश्चिमी हवा चलेगी। कुल मिलाकर मौसम सामान्य रहेगा। बुधवार को भागलपुर का अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। 86 प्रतिशत आद्रता के साथ तीन किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से पूर्वा हवा चल रही है। फिलहाल ऐसा ही मौसम बना रहेगा।
पटना में कैसा रहेगा मौसम
पटना में आज आकाश में बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन बारिश की कोई संभावना नहीं है। लोग दीवाली सही तरके से मना पाएंगे। लोग काली पूजा के मेले का भी आनंद ले सकते हैं।
सुबह-शाम गर्म कपड़ा पहनकर ही निकलें बाहर
मौसम में बदलाव के साथ बीमारी का प्रभाव बढ़ा है। इसकी वजह से अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सर्दी-खांसी व बुखार के मरीज सर्वाधिक आ रहे हैं। विशेषज्ञ की सलाह है कि सुबह व शाम जब भी घर से निकलें तो शरीर पर गर्म कपड़ा रहना चाहिए। सदर अस्पताल में औसतन 800 से 1000 बीच मरीज आते हैं। इनमें से चार से पांच सौ मौसमी बीमारी के मरीज हैं।एसकेएमसीएच की अधीक्षक डा. कुमारी विभा ने कहा कि उनके यहां एक हजार से डेढ़ हजार के बीच मरीज आ रहे हैं। इसमें से 500 से 600 के बीच मौसमी बीमारी के मरीज हैं। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा.एनके चौधरी ने कहा कि सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीजों में 20-25 प्रतिशत बढ़ोतरी हो गई है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह मौसम ज्यादा नुकसानदायक है।ओपीडी में सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार से ग्रसित मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। मौसम में बदलाव, रखें स्वास्थ्य का ध्यान : एसकेएमसीएच मेडिसिन विभाग के वरीय चिकित्सक डा.एके दास ने कहा कि मौसम बदलने से अचानक ठंड ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। ऐसे में सतर्क रहना जरूरी है। सुबह-शाम गर्म कपडे़ पहनने की शुरुआत कर देनी चाहिए, ताकि बीमारियों से बचा जा सके।
इन दिनों वायरल, टायफाइड, खांसी, जुकाम, एलर्जी, पेट में दर्द, दस्त आदि बीमारी की संभावना बढ़ जाती है। ठंड के बढ़ने के साथ ही वायु में नमी आने लगती है। हल्की नम वायु के साथ धुएं व धूल के कण भी सांस नली में चले जाते हैं। जो सांस नली में जम जाते हैं तथा फेफड़ों को प्रभावित करते हैं।इस स्थिति को ब्रोनक्राइटस कहते हैं। इसमें मरीज को छाती में जकड़न, नजला खांसी, बलगम का आना, सांस फूलना, आदि समस्या होने लगती है, इसलिए सावधानी जरूरी है।
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- रात में एसी व कुलर को को बंद करके सोना चाहिए
- सुबह व शाम गुनगुना पानी का सेवन करें
- कोल्ड ड्रिंक व आइसक्रीम का सेवन नहीं करें
- अगर सर्दी-खांसी-बुखार हो तो अपने मन से दवा का सेवन नहीं करना चाहिए