Move to Jagran APP

Katihar crime : चुनावी रंजिश में भाजपा नेता के पुत्र की हत्‍या, जीत के जश्‍न में था शामिल

Katihar crime कटिहार में विजयी प्रत्‍यााशी के जुलूस में पटाखा छोड़ने के विवाद हो गया। विवाद इस इतना बढ़ गया कि विरोधियों ने भाजपा नेता के पुत्र की हत्‍या कर दी। लाश को पेड़ लटका दिया। यह घटना फलका थाना क्षेत्र के गोपालपट्टी गांव की है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Updated: Wed, 11 Nov 2020 03:18 PM (IST)
Hero Image
कटिहार में हत्‍या के बाद शाेक संतप्‍त परिजन।
कटिहार, जेएनएन। Katihar crime : बिहार में एनडीए की जीत पर फाटाखे छोड़ना किसी के मौत का कारण बन जाएगा, यह किसी ने सोचा भी नहीं था। भाजपा-जदयू की सरकार वापसी की खुशी में कटिहार में जश्‍न मनाया जा रहा है। कुछ पार्टी नेता व उनके स्‍वजन अपने-अपने घरों में पटाखे छोड़ रहे थे। यह दूसरे पक्ष के लोग को बुरा लग गया। इसके बाद एक किशोर की हत्‍या कर दी है।

जानकारी के अनुसार कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी की जीत के जश्न में पटाखे फोडऩे पर भाजपा बूथ अध्यक्ष दिनेश मुनि के पुत्र रंजीत कुमार (18) की मंगलवार रात को निर्मम हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को पेड़ से लटका दिया गया। युवक की मां उषा देवी वार्ड सदस्य है। पिता के बयान पर अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है। घटनास्थल फलका थाना क्षेत्र का गोपालपट्टी गांव है।

लोगों ने बताया कि सुबह रंजीत की लाश पेड़ से टंगी मिली। घटना को लेकर गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। दिनेश मुनि ने पुलिस को बताया है कि मंगलवार को वे अपनी पत्नी के साथ धान तैयारी कराने कुंवारी गांव गए थे। फोन पर उन्हें कुछ लोगों ने धमकी दी कि उनका पुत्र पटाखे फोड़ रहा है। यह ठीक नहीं है। बुधवार सुबह पेड़ पर फंदे से लटकी युवक की लाश मिली। स्वजनों ने पुलिस को बताया कि विधानसभा चुनाव सहित बिहार में एनडीए को पूर्ण बहुमत की जीत के खुशी में पटाखे छोडऩे को लेकर गांव के ही कुछ युवकों से उनके पुत्र का विवाद हुआ था। इन्हीं युवकों द्वारा युवक की हत्या की आशंका व्यक्त की जा रही है। मृतक के शव पर मारपीट के भी निशान थे। उनके पिता दिनेश मुनि भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं। पहले वे भाजपा के पंचायत अध्यक्ष थे। इस बार उन्हें बूथ अध्यक्ष बनाया गया था।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।