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छठ पूजा 2022 बिहार : प्रथम अर्घ्‍य की बेहतरीन तस्‍वीर, ग्राउंड में आ रहे फोटो में दिखा पवित्रता का अद्भुत भाव

छठ पूजा 2022 बिहार छठ पूजा का प्रथम अर्घ्‍य के लिए दोपहर बाद तीन बजे से ही श्रद्धालु व व्रती घाट की ओर निकले। घर से निकलने से लेकर घाट तक की कई तस्‍वीर तस्‍वीरें सामने आयी जो अद्भुत है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Updated: Sun, 30 Oct 2022 05:22 PM (IST)
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छठ पूजा 2022 बिहार : मुंगेर के बबुआ घाट पर भीड़। Best picture of the first Arghya Chhath Puja

ऑनलाइन डेस्‍क, भागलपुर। छठ पूजा 2022 बिहार : आज छठ पूजा का तीसरा दिन है। भगवान सूर्य की आराधना के लिए लोग घर से निकले। घर से डाला उठाकर लोग घाट पर पहुंचे। इस दौरान बिहार के पूर्व बिहार, सीमांचल व कोसी में अद्भुत नजारा देखने को मिला। भागलपुर के विभिन्‍न गंगा घाटों पर लोगों की काफी भीड़ उमड़ी है। लोग भगवान सूर्य की आराधना कर रहे हैं। इस दौरान काफी संख्‍या में व्रती को सहयोग देने के लिए लोग लगे हुए हैं। सूप, डाला को घाट पर सजाया गया। गंगा, कोसी सहित विभिन्‍न जलाशयों में लोगों की भीड़ है।

(बांका के मंंदार पापहरण में छठ व्रती)

(भागलपुर के बूढ़नाथ पार्क में बनाया गया तलाब, जहां छठ पर्व के प्रथम अर्घ्‍य की तैयारी चल रही है)

(भागलपुर के नवगछिया में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी में)

(भागलपुर के कहलगांव में गंगा तट पर सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी में)

(भागलपुर के नवगछिया घाट ठाकुरबाड़ी)

(भागलपुर के नवगछिया घाट ठाकुरबाड़ी)

(कटिहार में तालाब बनाकर अर्घ्‍य देते श्रद्धालु)

(कटिहार में सूर्यास्‍त का दृश्‍य)

(खगडि़या में छठ पूजा)

(भागलपुर में दंड लगाकर घाट पर जातीं छठव्रती )

(जमुई में अर्घ्‍य देते श्रद्धालु)

(लखीसराय : चानन के एलकेवी नहर स्थित चुरामनबीघा छठ घाट की भव्य सजावट।)

(सहरसा मोहनपुर छठ घाट पर डूबते सूर्य को अर्घ्य देती व्रती)

(मुंगेर जेल घाट पर छठ वर्तियों और श्रदालुओं की भीड़।)

(जमुई में अर्घ्‍य देते श्रद्धालु)

(सहरसा: सत पोखरिया घाट पर छठ पूजा करते लोग)

सहरसा सिमरीबख्तियारपुर में डूबते सूर्य को पूजते लोग

सहरसा: छठ घाट पर लोगों से मिलते जाप सुप्रीमो पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव

मुंगेर। घाट का जायजा लेते जिलाधिकारी नवीन कुमार, एसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी, नगर आयुक्त

अररिया मे डूबते सूर्य को अर्घ्य देती छठ व्रती

अस्ताचलगामी सूर्य को महिलाओं ने दिया पहला अर्घ्य

अररिया शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर उत्साह चरम पर रहा। रविवार को छठ व्रती महिलाओ ने अस्तचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया। दो बजे से ही छठ घाट पर श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। छठ डीएम इनायत खान, एसपी अशोक कुमार सिंह शहर के छठ घाटों का जायजा ले रहे थे।

शहर के परमान नदी और बस स्टैंड नहर किनारे छठ पूजा करने वालों की भीड़ लगी रही। मेला जैसा नजारा लग रहा था। लायंस क्लब द्वारा शिविर का आयोजन किया गया था। छठ घाट को आकर्षक रूप से तैयार किया गया था। रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी।

छठ घाटों पर पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण माहौल में छठ व्रतियों ने भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य दिया।छठ घाट पर महिलाओं के लिए चेंज रूम की व्यवस्था की गई थी। छठ माता एवं सूर्यदेव के गीतों से पूरा माहौल भक्तिमय बन गया था। व्रती ने घर के आंगन के तालाब व छत पर बने कृत्रिम घाट से भी सूर्य को अर्घ्य दिया गया। छठ पूजा के लिए युवा भी नदी के घाट पर पहुंचकर सेल्फी ले रहे थे।

खगड़िया, बूढ़ी गंडक तट पर अवस्थित खगड़िया अघोरी स्थान घाट पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य प्रदान करते श्रद्धालु

सहरसा में डीआईजी शिवदीप लांडे ने कोसी नदी के महपुरा घाट पर अस्ताचल सूर्य को दिया अर्घ्‍य

डीआइजी ने महपुरा घाट पर दिया सूर्य को अर्घ्‍य

संसू ,महिषी (सहरसा)। सूर्योपासना के लोक पर्व छठ पर सारे भेद मिट जाते हैं। गरीब-अमीर, छोटा-बड़ा, राजा-रंक इस पर्व में एकाकार दिखते हैं। रविवार को प्रखंड क्षेत्र के महपुरा में कोसी नदी के घाट पर कोसी रेंज के डीआइजी शिवदीप वामन राव लांडे ने भी अस्तांचल सूर्य को अघ्र्य दिया। महाराष्ट्र के रहने वाले शिवदीप लांडे को बिहार की संस्कृति से गहरा लगाव है। वो काफी लंबे समय से छठ के मौके पर सूर्य को अघ्र्य देते रहे हैं। यहां तक कि जब वो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर मुंबई में थे उस वक्त भी छठ के मौके पर वो अघ्र्य देते रहे। वो बताते हैं कि यह अछ्वुत पर्व है और संस्कृति है। जहां दुनिया सिर्फ उगते हुए सूर्य सूर्य को प्रणाम करते हैं वहीं बिहार के लोग यह सिखाते हैं कि जो अस्त हुआ है उसका उदय भी हुआ है। उन्होंने पूरे राज्य सहित कोसी क्षेत्र के कल्याण की कामना की। रविवार संध्या आम लोगों की तरह ही डीआइजी अपने वाहन से कोसी घाट पर पहुंचे तथा नदी में खड़े होकर पूरे श्रद्धा के साथ भगवान भाष्कर को अघ्र्य समर्पित किया। इस दौरान उनके साथ महिषी थाना के थानाध्यक्ष शिवशंकर ने भी सूर्यदेव को अघ्र्य समर्पित कर जनकल्याण की कामना की।

सहरसा : सांसद दिनेशचंद्र यादव ने कायस्थ टोला पोखर पर दिया अर्ध्य

कटिहार- मनिहारी गंगा घाट पर अर्घ्य देते सांसद दुलाल चन्द्र गोस्वामी।

खगड़िया में कोसी नदी में मोटरबोट से गश्त लगाते बेलदौर सीओ और बीडीओ

जमुई में स्‍थापित भगवान सूर्य की प्रतिमा। 

डीएम, एसपी और एसडीओ ने सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा

संवाद सहयोगी, जमुई। लोक आस्था का महापर्व छठ के तीसरे दिन रविवार को व्रतियों ने सुरक्षा व्यवस्था के बीच नेम-निष्ठा के साथ अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य अर्पित किया गया। इस दौरान शहर के खैरमा, सतगामा घाट, बिहारी घाट, हनुमान घाट, त्रिपुरारी सिंह घाट, सूर्यनारायण घाट सहित विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ी रही। लोग हर्षोल्लास के साथ माथे पर डलिया लेकर छठ घाट पहुंचे । वहीं कई व्रती महिलाएं दंडवत करती हुई घाट पहुंच कर भगवान भास्कर को अर्ध्य अर्पित की। इस दौरान बच्चों ने भी छठ घाटों पर जमकर आतिशबाजी की। पटाखे की आवाज़ और छठ गीतों के साथ पूरा छठ घाट गूंजता रहा। पूरा माहौल भक्तिमय बना रहा। व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर अपने और अपने परिवार की मंगल कामना का आशिर्वाद मांगा। घाटों पर बड़ी संख्या में छठ व्रती अपने परिवार के साथ पहुंचे और भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। उसके बाद श्रद्धालुओं ने घाटों पर स्थापित भगवान भाष्कर की प्रतिमा का दर्शन करते हुए पूजा अर्चना की। सोमवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ व्रत का समापन हो जाएगा।

अस्ताचलगामी अर्ध्य के दौरान देर शाम तक जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह,पुलिस अधीक्षक डा. शौर्य सुमन,एसडीओ अभय कुमार तिवारी, थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी, सीओ सुजीत कुमार समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी के द्वारा शहर के विभिन्न घाटों का जायजा लिया गया। मौजूद पुलिस पदाधिकारी व स्थानीय लोगों से भी घाट की स्थिति से अवगत हुए।छठ व्रतियों व श्रद्धालुओं को किसी प्रकार कि परेशानी न हों इसके लिए काफी देर तक पदाधिकारी घाटों पर घूमते रहे। साथ ही घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतेज़ाम किए गए। बड़ी संख्या में पुलिस जवानो की तैनाती की गई थी।

व्रतियों से गुलज़ार रहा नदी घाट

लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर शहर के विभिन्न घाट श्रद्धालुओं से गुलज़ार रहा। वीरान पड़े घाटों की रौनक कुछ दिनों में ही लौट गई। छठ गीत से पूरा माहौल भक्तिमय बना रहा। घाटों पर जगमगाती विभिन्न प्रकार के लाइट और स्थापित की गई भगवान भाष्कर की प्रतिमा ने लोगों का मन मोह लिया। वहीं बाज़ारों में लगे झालर, मरकरी और जगमग करती लाइट ने शहर की खूबशूरती में चार चांद लगा दिया। इस महापर्व में साफ-सफाई और सजावट में लोगों ने बढ़-चढ़ कर योगदान दिया।

(मुंगेर उपकारा में बंदी को अर्घ्य देने में मदद करती कोतवाली की दरोगा ऋषु कुमारी।)

(केंद्रीय कारा भागलपुर में सूर्य को बंदियों ने दिया अर्घ्य)

(भागलपुर में गंगा आरती करते विधायक अजीत शर्मा)

(भागलपुर के गंगा, चंपा, कोसी सहित अन्‍य छठ घाटों की तस्‍वीर)

हर ओर सहयोग

व्रती के छठ घाट जाने के लिए रास्‍ते से लेकर घाट पर हर लोग सहायता कर रहे हैं। जिस मार्ग से व्रती व श्रद्धालु आते-जाते हैं, उस मार्ग की सफाई की गई है। मार्ग के पास जिनका घर से ऐसे लोग रास्‍ते पर पानी का छिड़काव किया है। घाट पर भी बेहतरीन  व्‍यवस्‍था की गई है। स्‍वयंसेवी संगठन के कार्यकर्ता दूध, गंगा जल व पूजन सामग्री का वितरण कर रहे हैं। साथ ही पुलिस भी वहां पूरी तरह सक्रिय है। घाटों पर पूछताछ केंद्र बनाया गया है।