यात्रीगण कृपया ध्यान दें... मार्च से भागलपुर-किऊल के बीच चलेगी ईएमयू
होली से पहले इस खंड पर ईएमयू का परिचालन शुरू हो जाएगा। सीआरएस इसी महीने के अंतिम सप्ताह में इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन चलाकर निरीक्षण करेंगे। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।
भागलपुर [जेएनएन]। अब भागलपुर से किऊल के बीच पैसेंजर ट्रेनें धीमी रफ्तार में नहीं चलेगी। किऊल तक विद्युतीकरण का काम पूरा होने के बाद इस खंड पर ईएमयू (इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट) सवारी गाड़ी का परिचालन होगा। अभी जहां भागलपुर से किऊल के बीच की 98 किमी की दूरी पैसेंजर ट्रेनों को पूरा करने में चार से पांच घंटे लगते हैं। वहीं, मार्च से यह दूरी महज ढाई घंटे में पूरी होगी।
होली से पहले इस खंड पर ईएमयू का परिचालन शुरू हो जाएगा। रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) इसी महीने के अंतिम सप्ताह में इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन चलाकर निरीक्षण करेंगे। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। सीआरएस के रिपोर्ट के बाद इलेक्ट्रिक इंजन से परिचालन का रास्ता साफ हो जाएगा। अधिकारियों के अनुसार रेल राज्य मंत्री ईएमयू को हरी झंडी दिखाने भागलपुर आ सकते हैं। रेलवे का उद्देश्य है कि लोकसभा चुनाव को लेकर लगने वाले आचार संहिता से पहले इसका शुभारंभ किसी भी हाल में कर दिया जाए।
दरअसल, किऊल-भागलपुर के बीच रेल विद्युतीकरण का काम 2016 के जून महीने से शुरू किया गया था। पहले फेज में किऊल से जमालपुर तक का काम पूरा हुआ। इसके बाद जमालपुर से भागलपुर तक का काम शुरू हुआ। भागलपुर में विद्युतीकरण का काम करीब-करीब पूरा हो गया है। कुछ काम शेष है उसे एक सप्ताह में पूरा कर लिया जाएगा।
जल्द पकड़ती है रफ्तार
लोकल यात्री जल्द ही न सिर्फ कम समय में गंतव्य स्थल तक पहुंचेंगे बल्कि सुखद यात्रा करेंगे। रेलवे ने ईएमयू (इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट) ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। ईएमयू डीजल इंजन से चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों की तुलना किसी स्टेशन पर रुकने के बाद जल्द रफ्तार पकड़ती है। इसमें कोच ज्यादा होते हैं और तीन इंजन लगे रहते हैं। इस कारण रफ्तार तुरंत पकड़ती है।
होली के मौके पर मिलेगा तोहफा
इस खंड पर मार्च के दूसरे सप्ताह से विद्युत इंजन से ट्रेन चलाने की बात कही जा रही है। यह भागलपुर के अलावा मुंगेर और लखीसराय जिले के लोगों के लिए को होली के पहले तोहफे से कम नहीं होगा। रेलखंड पर सभी कार्य पूरे कर लिए गए हैं।
सहायक इलेक्ट्रिक अभियंता अपूर्वा श्रीवास्तव ने कहा कि विद्युतीकरण का काम लगभग पूरा हो गया है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के लिए अगले सप्ताह लिखा जाएगा। फरवरी के अंत तक इनका निरीक्षण हो जाएगा। इसके बाद मार्च से इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन परिचालन शुरू होने की उम्मीद है।