Festival in october 2022 : अगले 20 दिनों में दीपावली, छठ सहित 20 त्योहार, सूर्यग्रहण भी, यहां देखें कैलेंडर
Festival in october 2022 शरद पूर्णिमा के साथ ही पर्व त्योहार का महीना शुरू हो गया है। अक्टूबर माह में 20 दिन शेष बचे हैं। इन दिनों में कोई ना कोई पर्व प्रतिदिन है। दुर्गा पूजा के बाद लोग दीपावली मनाने की तैयारी में जुटे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Dilip Kumar shuklaUpdated: Mon, 10 Oct 2022 03:36 PM (IST)
संवाद सूत्र, नवहट्टा (सहरसा)। शरद पूर्णिमा के साथ ही कई प्रमुख व्रत व त्योहार का महीना आ गया। इसके बाद अब दीपावली, छठ सहित अन्य त्योहार आएंगे। पंडित बमबम झा बताते हैं कि हिंदू पंचांग, कैलेंडर के अनुसार रविवार को शरद पूर्णिमा मनाया गया। इसे मिथिला में कोजागिरी पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। कार्तिक स्नान व्रत नियम का पालन शुरू हो गया।
10 अक्टूबर विष्णु पूजन, 11 अक्टूबर गुरु रामदास जयंती, 13 अक्टूबर सुहाग पर्व करवा चौथ, करक चतुर्थी तथा गणेश चतुर्थी व्रत, 14 अक्टूबर- रोहिणी व्रत, 15 अक्टूबर- स्कंद षष्ठी व्रत, 17 अक्टूबर- अहोई अष्टमी व्रत। पुष्य नक्षत्र का आरंभ, 18 अक्टूबर- सूर्य तुला संक्रांति, राधा कुंड स्नान, श्री राधा अष्टमी पर्व, पुष्य नक्षत्र जारी, 19 अक्टूबर- सौर कार्तिक मास प्रारंभ, 21 अक्टूबर- गोवत्स द्वादशी पर्व, रंभा रमा एकादशी व्रत, 22 अक्टूबर शनि प्रदोष व्रत, धनतेरस पर्व, धनवंतरी जयंती, यम दीपदान पर्व, 23 अक्टूबर नरक चतुर्दशी, रामभक्त हनुमान की जयंती, छोटी दीपावली, नरकाय दीपदान पर्व तथा शिव चतुर्दशी, 24 अक्टूबर दीपावली पर्व, कुबेर तथा महालक्ष्मी पूजन का विशेष दिन, 25 अक्टूबर- भगवान महावीर स्वामी निर्वाणोत्सव, भौमवती अमावस्या, सूर्य ग्रहण, 26 अक्टूबर गोवर्द्धन, बलि पूजा, अन्नकूट पर्व, चंद्र दर्शन मनाया जाएगा। 27 अक्टूबर- चित्रगुप्त पूजा, यम द्वितीया, यमुना स्नान, भाई दूज, 28 अक्टूबर- विनायकी चतुर्थी व्रत तथा छठ व्रत नियम प्रारंभ का दिन होगा। लोक आस्था का महापर्व 30 अक्टूबर छठ पर्व का सायंकालीन अर्घ्य का दिन निश्चित है। 31 अक्टूबर छठ व्रत का पारण, अरुणोदय में सूर्य अर्घ्य समर्पित किया जाएगा।
शरद पूर्णिमा पर 18 भुजा वाली मां दुर्गा का पूजन में उमड़ी भीड़
भागलपुर जिले के पीरपैती प्रखंड के इशीपुर बाराहाट स्थित ऐतिहासिक योगीवीर पहाड़ी पर शरद पूर्णिमा के अवसर पर रविवार को पूरे भक्ति भाव से पूजा अर्चना की गई। पहाड़ी के महंत आचार्य माई जी महाराज के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में बिहार एवं झरखण्ड के कई क्षेत्रो से पहुचे भक्तगणों ने विशेष पूजा में भाग लिया। कटक से पधारे महेश्वरानंद महाराज सहित बाहर से आए हुए एवं स्थानीय वैदिक विद्वानों के द्वारा विधिवत पूजन कराया गया।कोजागरी पूर्णिमा के अवसर पर 18 भुजा वाली मां दुर्गा की भव्य शृंगार पूजन कर किया गया। इसके अलावा विधिवत पूजा पाठ, अभिषेक व छप्पन भोग का प्रसाद चढ़ाया गया। तथा दिन में खिचड़ी का भोग लगाया गया। बड़ी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। संध्या आरती के बाद खीर का भोग लगाया गया। जबकि रात्रि में 18 भुजा वाली मां दुर्गा का जोत एवं भव्य भक्ति जागरण का आयोजन किया गया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।