Smart Meter: स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर हो रही ठगी, बिजली विभाग के कर्मी ने दो लोगों को लगाया चूना
स्मार्ट मीटर (Smart Meter) के नाम पर 2500 रुपये की ठगी करने का मामला सुर्खियों में आया है। इसको लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि बिजली विभाग के कर्मी ने दो लोगों को चुना लगाया है। कर्मी ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने के लिए चार्ज लगता है जिसका रसीद भी नहीं दिया जाता है।
जागरण्ण संवाददाता, भागलपुर। स्मार्ट मीटर भले ही स्मार्ट हो, लेकिन बिजली कंपनी के
कर्मी इसके नाम पर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर एक रुपया
भी जमा नहीं करना है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में लोगों से इसके नाम पर पैसे ठगे जा रहे हैं। उन्हें
कहा जा रहा है कि स्मार्ट मीटर लगाने का चार्ज लगता ही है।
ताजा मामला नाथगर प्रखंड के
मनियारपुर गांव का है। जहां चार्ज के नाम पर दो लोगों से ठगी कर ली गई। मनियारपुर के जयमंगल
सिंह ने अपने घर में बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। आवेदन के एक स्पताह बाद कर्मी
बिजली कनेक्शन करने उनके घर पहुंचे। कनेक्शन करने के साथ ही स्मार्ट मीटर लगाया गया।
स्मार्ट मीटर
लगाने के नाम पर जयमंगल से कर्मी ने 2500 रुपये ठग लिए। यह कहते हुए रुपये ठग लिए कि स्मार्ट मीटर
का चार्ज लगता है। जब गृहस्वामी ने कर्मी से 2500 रुपये का रसीद मांगा तो कहा गया कि इसका रसीद नहीं
कटता है। इसका अलग से चार्ज लगता है।
सहायक अभियंता ने लिखित शिकायत करने की बात कही
इस बारे में उन्होंने अलीगंज सब डिविजन के सहायक अभियंता से
बात की। सहायक अभियंता ने उन्हें इसकी लिखित शिकायत करने की बात कही। इसी गांव के रहने वाले शेखर
शास्त्री ने भी कनेक्शन के लिए आवेदन किया है। शेखर शास्त्री लुधियाना में काम करते हैं।
कनेक्शन के लिए
जब कर्मी उनके घर पहुंचे तो उनसे परिवार के सदस्य से 1500 रुपये लिया और एक हजार रुपये देने के लिए
कहा। एक हजार रुपये देने के बाद ही कनेक्शन के साथ स्मार्ट मीटर लगाने की बात कही गई।
उन्हें भी स्मार्ट
मीटर का चार्ज बताया गया। लेकिन सच्चाई यह है कि स्माअर् मीटर लगाने का कोई चार्ज नहीं लगता है। इसके लिए
एक नया पैसा भी नहीं देना पड़ता है। इधर, सोनू कुमार ने कनेक्शन के लिए अवेदन किया हे।
सोनू ने बताया कि अब तक
उनके घर का कनेक्श नहीं किया गया है। जबकि कनेक्शन के लिए उन्हें दो बार आवेदन देना पड़ा।
अलीगंज सबडिविजन के सहायक अभियंता ने बताया कि स्मार्ट मीटर के नाम पर 2500 रुपये लेने की मौखिक शिकायत
मिली है। उपभोक्ता को लिखित देने के लिए कहा गया है। मामले की जांच कर संबंधित कर्मी के विरुद्ध् कार्रवाई की जाएगी।
स्मार्ट मीटर लगाने का कोई चार्ज नहीं लगता है। स्मार्ट मीटर लगाने के नाम पर उपभोक्ता से पैसे लेना बिल्कूल
गलत है। इस तरह की शिकायत मिलने पर चार-पांच कर्मियों के विरुद्ध् कार्रवाई भी की गई है। कंपनी से हटा दिया
गया। शहरी क्षेत्र में करीब दो लाख प्री-पेड मीटर लगाए जा चुके हैं। 20 हजार और लगाने हैं। नाथनगर इलाके में
अबतक एक हजार से अधिक घर व दुकानों में स्र्मा मीटर लगाने का काम हो चुका है।
-विकास कुमार सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर, जीनस पावर प्राइवेट लिमिटेड।