Giriraj Singh: 'मेरी जान पर खतरा हो तो मैं मुसलमान को...', ये क्या बोल गए गिरिराज; कहा- मुझे किसी का डर नहीं
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भागलपुर में बड़ा बयान दिया। मंत्री ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकालकर रहूंगा। गिरिराज ने कहा कि मैं हिंदुओं को एकजुट करने के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हूं। उन्होंने तेजस्वी यादव पर भी हमला बोला। कहा कि हम हिंदुओं को एकजुट करने के लिए यात्रा निकाल रहे हैं तेजस्वी मुसलमानों के लिए यात्रा निकाल सकते हैं।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Giriraj Singh Yatra हिंदुओं को एकजुट करने के लिए मैं कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हूं। मैं एमपी-एमएलए बनकर पैदा नहीं हुआ, बल्कि हिन्दू पैदा हुआ था। मेरे शरीर में आखिरी बूंद खून रहने तक मैं हिन्दू स्वाभिमान यात्रा नहीं रोकूंगा। उक्त बातें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा कि मुझे किसी का डर नहीं है। यह हिन्दुओं की यात्रा है। हर पार्टी के हिन्दू इसमें शामिल होंगे।
हिंदू स्वाभिमान यात्रा के एक दिन पूर्व भागलपुर पहुंचे गिरिराज सिंह ने संवाददाताओं से कहा, लोग कहते हैं केंद्रीय मंत्री के तौर पर मैंने सर्व-धर्म सद्भाव की शपथ ली है, लेकिन मेरे अस्तित्व पर खतरा हो.. मेरी जान पर खतरा हो तो मैं आगे वाले को मारूंगा या नहीं मारूंगा? मुझे मारना चाहिए या नहीं मारना चाहिए? चाहे वो कोई भी हो.. चाहे मुसलमान ही क्यों ना हो। आज मेरे अस्तित्व पर खतरा है।"
'हिंदुओं की आबादी कम हुई...'
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "आजादी के बाद 1951 से हिंदुओं की आबादी कम हुई है, जबकि मुसलमानों की आबादी तेजी से बढ़ी है। देश के चार सौ जिलों में हिंदू अल्पसंख्यक बन गए हैं। मुसलमानों के शुभचिंतक कह रहे हैं कि केंद्रीय मंत्री होकर गिरिराज सिंह को हिंदू स्वाभिमान यात्रा नहीं निकालनी चाहिए।"
तेजस्वी पर बरसे गिरिराज
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव मुसलमानों को एकजुट करने के लिए यात्रा निकाल सकते हैं और हम हिंदुओं को एकजुट करने के लिए यात्रा क्यों नहीं निकाल सकते। उन्होंने मुसलमानों से पूछा कि देश के बंटवारे के बाद एक भी हिंदू ताजिये पर पत्थर नहीं मारा, लेकिन आबादी बढ़ने के बाद 15 सालों से दुर्गा प्रतिमा, रामनवमी जुलूस आदि पर पत्थर फेंके जा रहे हैं। तलवार से हमला व गोली चलाई जा रही है।
'लोग 1989 का दंगा नहीं भूले'
भागलपुर से यात्रा निकालने का कारण पूछने पर उन्होंने कहा कि यहां के लोग 1989 का दंगा भूले नहीं हैं। इस जख्म को हम दोहराना नहीं चाहते हैं। यह प्रथम चरण है। आगे के चरण में और भी जिलों से यात्रा निकाली जाएगी। 2002 से खून का धूंट पी रहा हूं। पाकिस्तान में मंडप से बेटी को उठा लिया जाता है। बांग्लादेश में अत्याचार हो रहा है। उन्होंने तेजस्वी यादव द्वारा यात्रा स्थगित किए जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने हिंदुओं के डर से यात्रा स्थगित की है या फिर समर्थन दिया है। अगर समर्थन दिया है तो राजद के कार्यकर्ता यात्रा में शामिल हों।
'हिंदुओं को जातियों में नहीं बंटना चाहिए'
स्वामी दीपांकर ने कहा कि यह यात्रा सनातन को संगठित करने के लिए है। न कोई दूरी-खाई, हिंदू-हिंदू भाई-भाई के विचार को हिंदुओं तक पहुंचाने की यात्रा है। हिंदुओं को जातियों में नहीं बंटना चाहिए। अब आंखें खोलने का समय आ गया है। 80 करोड़ सनातनियों को एकजुट किया जाएगा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष संतोष कुमार, रोहित पांडेय, डा. अनामिका ठाकुर, मनीष दास भी मौजूद थे। इसके बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बरारी गंगा घाट पर आरती की। इसके पूर्व बिहपुर में उन्होंने सभा और रोड शो किया था।
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