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बिहार : मैट्रिक का नंबर दिखाइए... लीजिए सरकारी नौकरी, पांच घंटे ड्यूटी, 18 हजार वेतन, तीन साल में पदोन्‍नति

ग्रामीण डाक सेवक मैट्रिक परीक्षा में 97-99 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले ग्रामीण डाक सेवक में बहाली के लिए कर रहे आवेदन। नहीं देनी होगी लिखित परीक्षा व साक्षात्कार अंक के आधार पर होगी बहाली। भागलपुर व बांका में शाखा डाकपाल और सहायक शाखा डाकपाल के 68 पद।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Updated: Sun, 10 Jul 2022 08:41 AM (IST)
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ग्रामीण डाक सेवक : नहीं देनी होगी लिखित परीक्षा व साक्षात्कार, अंक के आधार पर होगी बहाली।
जागरण संवाददाता, भागलपुर।  डाक विभाग ने ग्रामीण डाक सेवक की बहाली होगी। इसमें शाखा डाकपाल और सहायक शाखा डाकपाल के पद पर बहाली होना है। भागलपुर डाक प्रमंडल के अंतर्गत भागलपुर और बांका जिले में कुल 68 पदों पर नियुक्ति होगी। इसमें शाखा डाकपाल के 36 और सहायक शाखा डाकपाल के पद शामिल हैं। इसके लिए आनलाइन आवेदन मांगा गया है।

आनलाइन आवेदन के साथ मैट्रिक का अंक पत्र संलग्न करना है। ग्रामीण डाक सेवक में बहाली के लिए कई ऐसे अभ्यर्थी हैं जिन्हें मैट्रिक परीक्षा में 97 से 99 प्रतिशत अंक प्राप्त किया है। डाक विभाग के अधिकारियों के अनुसार मैट्रिक बोर्ड परीक्षा में प्राप्त अंक के आधार पर बहाली होगी। इसके लिए लिखित परीक्षा या फिर साक्षात्कार नहीं देना होगा। आवेदन करने वाले कई युवकों के मैट्रिक में 97 से 99 प्रतिशत तक अंक है।

राजस्थान, उत्तरप्रदेश, बिहार, हरियाणा, पश्चिम बंगाल सहित देश के विभिन्न हिस्सों से मैट्रिक पास का आवेदन के साथ अंकपत्र संलग्न किया गया है, लेकिन संलग्न अंकपत्र में संबंधित परीक्षा बोर्ड का उल्लेख नहीं है। आवेदन करने वालों में 18 से 40 साल तक के युवक-युवतियां शामिल हैं। अंक प्रतिशत से प्रमाण पत्र फर्जी होने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है। अधिकारी ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में इनकी प्रतिनियुक्ति होगी। पांच घंटे ड्यूटी करनी होगी। 18 हजार वेतन मिलेगा। तीन साल के बाद क्लर्क में प्रोन्नति हो सकती है। ग्रामीण डाक सेवक की बहाली के नियमों में बदलाव किया गया है।

पहले संबंधित जिला या फिर प्रदेश के युवकों ही आवेदन कर सकते थे, लेकिन नई व्यवस्था के तहत अब देश के किसी भी प्रदेश में आवेदन कर सकते हैं। भागलपुर डाक प्रमंडल के डाक अधीक्षक राम परीखा प्रसाद ने बताया कि आवेदन करने वाले अधिकांश अभ्यर्थियों को मैट्रिक परीक्षा में 97, 98, 99 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। जांच के लिए देश के विभिन्न परीक्षा बोर्ड से अंक पत्र प्रमाण पत्र भेजी जाएगी। सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही बहाली की जाएगी। फर्जी प्रमाण पत्र जमा करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी।

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