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क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं तो संभलिए, आपका एंट्री फी साइबर अपराधी के खाते में चला जाएगा

बीसीसीआइ के एंटी करप्शन युनिट ईस्ट जोन के जोनल मैनेजर सीवी मुरलीधर ने डीजीपी को ई-मेल भेज किया था 24 सितंबर 2022 को अगाह डीजीपी ने भागलपुर समेत अन्य जिलों के पुलिस अधीक्षक को पत्र भेज आवश्यक कार्रवाई करने का दिया निर्देश।

By Jagran NewsEdited By: Dilip Kumar shuklaUpdated: Sat, 29 Oct 2022 01:36 PM (IST)
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अब फर्जी क्रिकेट लीग और टूर्नामेंट के नाम पर लाखों की हेराफेरी।
कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। ठगी के नित नये तरीके ईजाद करने वाले साइबर ठगों ने अब फर्जी लीग क्रिकेट और टूर्नामेंट के आयोजन संबंधी भ्रामक जानकारी यू-ट्यूब पर देकर लाखों की ठगी कर रहे हैं। क्रिकेट की दीवानगी वाले लोग इन साइबर ठगों की तरफ से फेंके गए जाल में आसानी से फंस कर लाखों गंवा रहे हैं। साइबर ठगों ने इंटरनेट मीडिया पर क्रिकेट लीग मैच और टूर्नामेंट की ऐसी भ्रामक किंतु सटीक जानकारी दे रहे हैं कि क्रिकेट के दीवाने सहज उनके जाल में फंस एंट्री फी के नाम पर उनके बताए खाते में रुपये ट्रांसफर कर दे रहे हैं।

बीसीसीआइ के एंटी करप्शन युनिट, ईस्ट जोन के जोनल मैनेजर सीवी मुरलीधर ने सूबे के डीजीपी एसके सिंघल को ई-मेल भेज कर इस ठगी के संबंध में 24 सितंबर 2022 को जानकारी दे अगाह किया था। उक्त जानकारी को तकनीकी सेल के जरिये तहकीकात कराने के बाद डीजीपी ने मामले में अपराध अनुसंधान विभाग, आर्थिक अपराध इकाई को सभी फौरी कदम उठाने को कहा है। इस सिलसिले में भागलपुर एसएसपी बाबू राम को भी आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यू-ट्यूब पर फर्जी क्रिकेट लीग और टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर जिले के बरारी थाना क्षेत्र के सुरखीकल के दुकानदार विष्णु कुमार से दस हजार रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है।

क्रिकेट के दीवाने विष्णु कुमार ने अपने पुत्र मोह में 23 नवंबर 2022 को होने वाले एक क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजन को लेकर 11 अगस्त 2022 को दस हजार रुपये का एंट्री फी साइबर ठग के खाते में भेज दिया था। झारखंड के जमशेदपुर में होने वाली उस फर्जी टूर्नामेंट को लेकर तब उसे लगा था कि सचमुच टूर्नामेंट होने वाली है। लेकिन जिस संपर्क नंबर से उसने बातचीत कर खाते में दस हजार रुपये की रकम भेजी थी, उससे व्हाट्सएप काल आया और फिर दस हजार रुपये की मांग की गई तब उसे आशंका हुई कि कहीं वह ठगी का शिकार तो नहीं हो गया। विष्णु ने मामले में बरारी पुलिस से संपर्क साधा तो उसे गोपनीय शाखा में अर्जी देने की बात कह वापस कर दिया गया।

विष्णु का मामला इकलौता नहीं है, क्रिकेट के ऐसे सैंकड़ों दीवाने साइबर ठगों के शिकार हो चुके होंगे। अब पुलिस मुख्यालय के ताजा निर्देश बाद साइबर ठगी के ऐसे मामले की तहकीकात में पुलिसिया कार्रवाई में तेजी आने की संभावना बन गई है।

केंद्र सरकार ने 1984 बैच के आइपीएस सीवी मुरलीधर को सेवानिवृति बाद वर्तमान समय में बीसीसीआइ के एंटी करप्शन युनिट का जोनल मैनेजर बनाया है। उनकी संज्ञान में फर्जी क्रिकेट लीग मैच और टूर्नामेंट को लेकर हुई इगी संबंधी कई शिकायतें सामने आई थी।

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