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लगातार इयरफोन के उपयोग करते हैं तो आपको होगी परेशानी, सिर में दर्द रहेगा, कान भी होगा खराब, करें यह उपाय

जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल के इएनटी विभाग में पदस्थापित डा. आशुतोष कुमार ने कहा कि लगातार घंटों इयरफोन के उपयोग से सिर में दर्द होने की संभावना रहती है। कान खराब होने का खतरा बना रहा है। बाद में काफी परेशानी होती है।

By JagranEdited By: Dilip Kumar shuklaUpdated: Mon, 26 Sep 2022 11:58 AM (IST)
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डा. आशुतोष कुमार ने लोगों को प्रश्‍नों का दिया जवाब।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित प्रश्न पहर कार्यक्रम में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल के इएनटी विभाग में पदस्थापित डा. आशुतोष कुमार पाठकों से मुखातिब हुए। उन्होंने फोन के माध्यम से पाठकों की समस्याओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि लगातार घंटों इयरफोन के उपयोग से सिर में दर्द होने की संभावना रहती है। साथ ही धीरे-धीरे सुनने की क्षमता में भी कमी आने लगती है। इसके अलावा ध्वनि प्रदूषण से भी स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। सुनने की शक्ति कम होने लगती है। इसलिए इयरफोन के उपयोग के बदले मोबाइल का स्पीकर आन कर बात करनी चाहिए। साथ ही संभव हो तो ध्वनि प्रदूषण से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को लगातार सर्दी हो रही हो उसके कान के पर्दे फट सकते हैं। क्योंकि नाक और कान आपस में जुड़े रहते हैं। बार-बार सर्दी होने से फंग्ल संक्रमण होता है और कान में जख्म होने से कान का पर्दा फट जाता है, कान बहने लगता है।

खासकर जिन लोगों को एलर्जी है उन्हें सर्दी से बचना आवश्यक है। इसके लिए ठंडा पानी, आइसक्रीम खाने से परहेज करनी चाहिए। एलर्जी की वजह से टांसिल भी बढ़ता है। बुखार हो सकता है साथ ही गले में दर्द होता है और कुछ भी खाने या पानी पीने से दर्द होता है। गैस्टिक मरीजों को भी गले की समस्या हो सकती है। कान में पानी जाने से भी फंग्ल संक्रमण होने की संभावना रहती है।

प्रश्न : क्या कान की सफाई करवानी चाहिए, अगर कोई समस्या नहीं है तब। - चंदन कुमार, तिलकामांझी

अगर कान में भारीपन लग रहा हो, वैक्स जमा हो गया तो कान की सफाई करवानी आवश्यक है। अगर कोई समस्या नहीं है तो सफाई करवाने की कोई जरुरी नहीं है।

प्रश्न : एक माह से कान में सनसनाहट हो रही है। सुनाई भी कम देता है। - शीला देवी, पीरपैंती

कान का नस कमजोर होने से ऐसा होता है। इसके अलावा कान बहने से भी सनसनाहट और कम सुनाई देता है। हालांकि यह बीमारी 50 वर्ष की उम्र के बाद होती है। लगातार मोबाइल उपयोग करने और शोर वाले इलाके में रहने से होती है। ज्यादा परेशानी है तो अस्पताल में इलाज करवा लें।

प्रश्न : दो सप्ताह से पत्नी के कान में सनसनाहट होती है। कभी-कभी चक्कर भी आता है। - उमा प्रसाद सिंह, शंकरपुर

कान और नाक की नली जाम होने से ऐसा होता है। सर्दी होने की वजह से यह समस्या होती है। चिकित्सक से दिखा लें।

प्रश्न : चार वर्ष का पुत्र है। उसे बार-बार सर्दी और खांसी होती है। गत छह माह से ऐसा है। - प्रियंका कुमारी, संग्रामपुर

ठंड से एलर्जी होगी। ठंढा पानी, आइसक्रीम नहीं खाने दें। दही, केला खाने से बीमारी और बढ़ सकती है। परहेज करेंगे तो बीमारी स्वत: ठीक हो जाएगी।

प्रश्न : शोर-गुल से परेशानी होती है। साथ ही कान में भारीपन और सनसनाहट होती है। - कपूर्री कुमार, शाहकुंड

आडियोमेट्री मशीन से कान की जांच करवा लें। जिससे नस की स्थिति की जानकारी मिलेगी। शोर वाले इलाके से दूर रहें।

प्रश्न : उठकर बैठने पर सिर में चक्कर आता है। ऐसी स्थिति दो मिनट तक रहती है। - सुमित, भागलपुर

कान के अंदर द्रव्य में क्रिस्टल बनने से चक्कर आता है। अस्पताल में जांच करवा लें।

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