गुरुजी बनना चाहता है जेल में बंद हत्या का आरोपी, दे रहा BPSC की तरफ से आयोजित शिक्षक परीक्षा
Bihar Teacher Exam हत्या के आरोप में जेल में बंद एक आरोपी ने गुरुजी बनने की ठानी है। आरोपी मृत्युंजय को जेल से कड़ी सुरक्षा घेरे में शुक्रवार की सुबह पूर्णिया रवाना किया गया जहां उसने परीक्षा दी। वह आज एक और परीक्षा देगा। न्यायालय ने उसे वाहन और साथ जाने वाले सशस्त्र बलों का खर्च जमा कराने पर परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दे दी
कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। हत्या के आरोप में जेल में बंद नाथनगर के मृत्युंजय मंडल के गुरुजी बनने की तमन्ना पूरी करने की आस में परीक्षा दी है।
मृत्युंजय को जेल से कड़ी सुरक्षा घेरे में शुक्रवार की सुबह पूर्णिया रवाना किया गया, जहां उसने परीक्षा दी। वह शनिवार को (आज) एक और परीक्षा देगा।
मृत्युंजय ने गुरुजी बनने की ठानी
एसएसपी आनंद कुमार के निर्देश पर उसे पूर्णिया ले जाने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल मुहैया कराया गया है। मृत्युंजय मंडल जेल की सलाखों के पीछे गुरुजी बनने की ठानी है।
उसने अपने इस संकल्प को पूरा करने के लिए जेल अधीक्षक मनोज कुमार, उपाधीक्षक राकेश कुमार सिंह से गुहार लगाई थी। जेल प्रशासन उसके इस नेक कार्य में विधिसम्मत सहयोग करने का भरोसा दिया था।
न्यायालय ने उसे वाहन और साथ जाने वाले सशस्त्र बलों का खर्च जमा कराने पर परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दे दी तो उसे पूर्णिया रवाना कर दिया गया।
न्यायालय में दी अर्जी
मृत्युंजय ने न्यायालय में अर्जी लगवाई थी कि उसे शिक्षक की परीक्षा में भाग लेने के लिए औपबंधिक जमानत दी जाए। भागलपुर के प्रभारी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-17 ने मृत्युंजय की अर्जी पर सुनवाई के पूर्व केस रिकॉर्ड का अवलोकन किया था।
उसकी जमानत अर्जी उच्च न्यायालय से पूर्व में अस्वीकृत हो चुकी है। इसलिए उसे औपबंधिक जमानत पर छोड़ा नहीं जा सकता, लेकिन न्यायाधीश ने बंदी मृत्युंजय मंडल की बिहार लोक सेवा आयोग की तरफ से आयोजित शिक्षक की परीक्षा में भाग लेने की इच्छा को देखते हुए उसे परीक्षा में शामिल होने का आदेश पारित कर दिया।
न्यायाधीश ने बंदी को वाहन और उसके साथ जाने वाले सशस्त्र बल का खर्च जमा कराने पर न्यायिक अभिरक्षा में परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दे दी।
वर्ष 2020 में अधिवक्ता के घर हुई थी गोलीबारी
नाथनगर थानाक्षेत्र के माधोपुर निवासी अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार के घर 22 सितंबर 2020 को गोलीबारी की गई थी, जिसमें गोली लगने से अधिवक्ता के पिता सूर्यनारायण मंडल की मौत हो गई थी।
हमले में अधिवक्ता वीरेंद्र, उसकी मां और भाई गोली लगने से जख्मी हुए थे। हत्या की बाबत वीरेंद्र के लिखित बयान पर नाथनगर थाने में 22 सितंबर 2020 को केस दर्ज कराया गया था।
दर्ज केस में मृत्युंजय मंडल, बल्टू मंडल, रितुंजय मंडल समेत नौ लोगों को नामजद आरोपित बनाया गया था। आरोपितों ने अधिवक्ता को पूर्व में धमकी भी दे रखी थी।