आखिर क्यों किया गया भागलपुर जंक्शन पर सादे लिबास में जवान को तैनात, जानिए...
इन दिनों जिला पुलिस, रेल पुलिस और आरपीएफ ने स्टेशन परिसर में चौकस दिख रहे हैं। हर आने-जाने वाले यात्रियों के सामनों की जांच की गई। सादे लिबास में पुलिस की तैनाती की गई है।
भागलपुर (जेएनएन)। भागलपुर जंक्शन को माओवादी और नक्सली द्वारा उड़ाने की साजिश का पर्दाफाश होने के बाद भी रेल पुलिस, आरपीएफ और जिला पुलिस पूरी तरह सतर्क है। स्टेशन पर सादे लिबास में जवानों को तैनात किया गया है। इन्हें स्टेशन और ट्रेन में किसी भी जरा सा भी शक होने पर तुरंत गिरफ्तार करने को कहा गया है। वहीं, मामले की जांच के लिए दो इंस्पेक्टर को पश्चिम बंगाल का वर्द्धमान भेजा गया है। शुक्रवार को तीसरे दिन भी जिला पुलिस, रेल पुलिस और आरपीएफ ने स्टेशन परिसर में चौकस दिखे। हर आने-जाने वाले यात्रियों के सामनों की जांच की गई। इधर, पुलिस के पूछताछ में खुलासा हुआ है कि जिस तृणमूल कांग्रेस नेता के नाम से पत्र मिला है, उसके दामाद ने ही फंसाने के लिए पत्र लिखा था।
खोजी कुत्ते के साथ हावड़ा, वर्द्धमान ट्रेनों की चेकिंग
आइजी के निर्देश पर गुरुवार को सुबह से रात तक हावड़ा, वर्द्धमान की ओर जाने और आने वाली ट्रेनों की सघन चेकिंग की गई। खोजी कुत्ते के साथ तातारपुर, कोतवाली थाने की पुलिस, जीआरपी और आरपीएफ के साथ जनरल स्लीपर एसी कोच में जांच अभियान चलाया। हालांकि इस दौरान कोई सफलता नहीं मिली। जमालपुर-हावड़ा एक्सप्रेस, वर्द्धमान पैसेंजर, हावड़ा- राजगीर फास्ट पैसेंजर, फरक्का एक्सप्रेस मालदा इंटरसिटी, अपर इंडिया ट्रेनों में जांच की गई।
सीसीटीवी से रखी जा रही नजर
स्टेशन पर ट्रेन चढऩे और आने-जाने वाले यात्रियों और लोगों पर सीसीटीवी कैमरे सर नजर रखी जा रही है। कंट्रोल रूम में हर पल मॉनीटङ्क्षरग के लिए रेलवे सुरक्षा बल के जवान को तैनात किया गया है। यदि कैमरे की फुटेज में कोई संदिग्ध व्यक्ति नजर आएगा या कोई संदिग्ध गतिविधि देखेगा तो इसकी सूचना जीआरपी व आरपीएफ को देगा। जिसके बाद संदिग्ध को काबू किया जा सकेगा। आरपीएफ के इंस्पेक्टर एके सिंह ने बताया कि कि स्टेशन पर छोटे और हाई क्वालिटी के डेढ़ दर्जन के पसा 16 सीसीटीवी कैमरे लग रहे हैं। जंक्शन की सुरक्षा में पूरी चौकसी बरती जा रही है।
आइबी भी अलर्ट, कर रही तहकीकात
नक्सलियों और माओवादियों द्वारा स्टेशन पर बम विस्फोट की साजिश रचने के बाद आइबी भी अलर्ट हो गई है। हर छोटी सी बड़ी गतिविधियों पर नजर रख रही है। सूत्रों की मानें तो आइबी की टीम भी पश्चिम बंगाल की लोकल पुलिस और आइबी से संपर्क में है। आइबी अपने तरीके से पत्र की सच्चाई की तहकीकात कर रही है।
80-90 हजार यात्री करते हैं रोज सफर
रेलवे स्टेशन रोजाना 80 से 90 हजार यात्री की आवाजाही होती है। विभिन्न क्षेत्रों से जहां सैकड़ों विद्यार्थी विभिन्न कॉलेजों व शिक्षण संस्थानों में पढऩे के लिए आते जाते है। इसके अलावा व्यापारी, उद्योगपति, नौकरी पेशे से जुड़े हजारों लोग रोजाना ट्रेन पकडऩे के लिए रेलवे स्टेशन पर आते जाते है।