Move to Jagran APP

Jitiya Vrat 2022: पुत्र के लिए माताओं ने रखा जीवित्पुत्रिका व्रत, बेहद सुखदायी है अमृत मुहुर्त

Jitiya Vrat 2022 बिहार में माताओं ने अपनी पुत्र की लंबी आयु और सुखमयी जीवन के लिए जितिया व्रत आरंभ कर दिया है। नहाय-खाय के साथ इस पर्व की शुरूआत हो गई है। विधि-विधान के साथ मां निर्जला व्रत कर रही हैं।

By Shivam BajpaiEdited By: Updated: Sat, 17 Sep 2022 11:35 AM (IST)
Hero Image
Jitiya Vrat 2022: पूरी श्रद्धा के साथ मां अपने पुत्र के लिए रखती हैं निर्जला व्रत।
संवाद सूत्र, पलासी (अररिया): पलासी प्रखंड क्षेत्र में जिउतिया पर्व शुक्रवार को परम्परागत ढंग से नहाय-खाय के साथ आरंभ हुआ। इस दौरान सनातन धर्मावलंबी महिलाओं ने कोल्हू से पीसा सरसों तेल, खल्ली, जियल का पत्ता, बांस का पत्ता सहित अन्य सामग्री लेकर विभिन्न जलाशयों में स्नान कर अपने पितरों को याद करते हुए अर्घ्य दिया। तत्पश्चात भोजन ग्रहण किया। ऐसी मान्यता है कि इससे पितर संतुष्ट होते हैं और आशीर्वाद देते हैं। जिससे संतानों की आयु बढ़ती है। इसके बाद संतानों की लम्बी आयु की कामना को लेकर सनातन धर्मावलंबी महिलाएं भगवान जिमूतवाहन को खुश करने के लिए शनिवार को दिन-रात उपवास रखते हुए रविवार को निर्धारित अवधि में अपना-अपना उपवास तोड़कर भोजन करेंगी।

अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जीवितपुत्रिका पर्व मनाया जाता है। इसे जिउतिया, जितिया या जीवितपुत्रिका (जीवित्पुत्रिका) व्रत भी कहा जाता है। पुत्र के दीर्घ, आरोग्य और सुखमयी जीवन के लिए इस दिन माताएं व्रत रखती हैं। तीज की तरह यह व्रत भी बिना आहार और निर्जला रखना पड़ता है। सनातन धर्मावलंबियों में इस व्रत का खास महत्व है। वंश वृद्धि व संतान की लंबी आयु के लिए महिलाएं जिउतिया का निर्जला व्रत रखती हैं। इस दिन माताएं अपनी सन्तानों की सुरक्षा व स्वास्थ्य के लिये 24 घंटे तक निर्जला उपवास करती हैं। इसे भी महापर्व छठ की तरह तीन दिन पूरे विधि -विधान के साथ किया जाता है।

शुभ मुहूर्त और समय

पंडित उमेश तिवारी ने बताया कि सूहागिन महिलाएं अपने संतानों की रक्षा तथा लम्बी उम्र की कामना को लेकर जीतीया पर्व करती है। उन्होंने बताया कि आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 17 सितम्बर 2022 को दोपहर 02:13 मिनट से शुरू हो जाएगी। और 18 सितम्बर 2022 को संध्या के 04:31 पर समाप्त हो जाएगा। उदयातिथि के अनुसार यह व्रत 18 सितंबर को प्रात:काल 06:33 मिनट पर सिद्धि योग रहेगा। और पंचाग के तहत सुबह 11:52 से दोपहर 12:41 तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। सुबह 19:12 से लेकर दोपहर 12:14 तक लाभ और अमृत मुहुर्त भी रहेगा।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।