KK Pathak ने सुना दिया नया फरमान, 10वीं और 12वीं के छात्रों को ये चूक पड़ेगी भारी; नहीं मिलेगा बोर्ड परीक्षा का एडमिट कार्ड
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को बोर्ड परीक्षा के लिए स्पेशल क्लास संचालन का निर्देश दिया है ताकि जो कमजोर बच्चे हों वह परीक्षा के अंत समय में मेहनत कर सकें। साथ ही साथ सभी जिलों का रिजल्ट बेहतर हो। साथ ही यह निर्देश दिया गया है कि जो बच्चे स्पेशल कक्षा में शामिल नहीं होंगे उन्हें एडमिट कार्ड नहीं दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bihar 10th And 12th Admit Card मैट्रिक व इंटर परीक्षार्थी को बोर्ड परीक्षा में किसी तरह की दिक्कत ना हो, इसके लिए शिक्षा विभाग तैयारी कर रहा है। जल्द ही जिले के माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा देने वाले परीक्षार्थी को इसका लाभ मिलेगा। यानी सेंटअप परीक्षा दे चुके मैट्रिक और इंटर परीक्षार्थी को फिर से अब स्कूल आना अनिवार्य होगा।
मंगलवार को हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को बोर्ड परीक्षा के लिए स्पेशल क्लास संचालन का निर्देश दिया है, ताकि जो कमजोर बच्चे हों वह परीक्षा के अंत समय में मेहनत कर सकें। साथ ही साथ सभी जिलों का रिजल्ट बेहतर हो।
'...उन्हें एडमिट कार्ड नहीं दिया जाएगा'
उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बताया कि प्रायः देखा जाता है कि सेंटअप टेस्ट के बाद बच्चे स्कूल नहीं आते हैं. इसलिए इस बार स्पेशल कक्षा लगाई जाएगी। साथ ही यह निर्देश दिया गया है कि जो बच्चे स्पेशल कक्षा में शामिल नहीं होंगे, उन्हें एडमिट कार्ड नहीं दिया जाएगा। जिसकी वजह से वह परीक्षा से वंचित रह सकते हैं।
साथ ही साथ सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि स्कूल में जो बाजार में बच्चों के पढ़ने के लिए गैस पेपर, एटम बम, गाइड उपलब्ध है और बच्चे उसको पसंद करते हैं, वही इस स्पेशल क्लास के दौरान पर पढ़ाया जाएगा। इसे खरीदने के लिए विकास कोष व छात्र कोष की राशि का उपयोग किया जाएगा। जिले में 11 दिसंबर से 8 जनवरी तक इस स्पेशल कक्षा का संचालन किया जाएगा।
बच्चों को देना होगा मॉक टेस्ट
स्पेशल क्लास के दौरान मैट्रिक और इंटर के बोर्ड परीक्षार्थियों को मॉक टेस्ट भी उपलब्ध कराया जाएगा। जो पूरी तरह से बोर्ड द्वारा जारी मॉक टेस्ट के जैसा होगा। इसके लिए ओएमआर का खर्च विद्यालय की ओर से विकास कोष, छात्र कोष से किया जाएगा। इसको लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सभी डीईओ को निर्देश जारी किया है।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से मैट्रिक व इंटर बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए स्पेशल कक्षा के संचालन का निर्देश मिला है। इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है जल्द ही बच्चों को इसका लाभ मिलेगा। - संजय कुमार, डीईओ
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