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Bhagalpur: फेसबुक पर प्यार चढ़ा परवान, प्रेमी से शादी करने कोहिमा से भागलपुर पहुंची प्रेमिका; गजब है कहानी

सिल्क सिटी के तातारपुर थानाक्षेत्र के लाल कोठी एरिया में रहने वाले आशीष रंजन उर्फ मोनू का फेसबुक पर नगालैंड के कोहिमा केजियाकी की रहने वाली ऐना हम्मी से प्यार इस कदर परवान चढ़ा कि वह कोहिमा छोड़ भागलपुर चली आई। म्पी ने भी कंप्यूटर में डिप्लोमा कर रखा है। पेटिंग में भी उसे महारत हासिल है। गुरुवार की शाम भागलपुर पहुंची हम्पी को रिसीव करने नवगछिया पहुंच गया था।

By Kaushal Kishore MishraEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Fri, 28 Jul 2023 07:14 AM (IST)
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Bhagalpur: फेसबुक पर प्यार चढ़ा परवान, प्रेमी से शादी करने कोहिमा
जागरण संवाददाता, भागलपुर। सिल्क सिटी के तातारपुर थानाक्षेत्र के लाल कोठी एरिया में रहने वाले आशीष रंजन उर्फ मोनू का फेसबुक पर नगालैंड के कोहिमा केजियाकी की रहने वाली ऐना हम्मी से प्यार इस कदर परवान चढ़ा कि वह कोहिमा छोड़ भागलपुर चली आई।

आशीष उसे लेकर कोतवाली थाने पहुंचा। दोनों बालिग थे लेकिन हम्पी चुकी वहां से भाग कर चली आई थी इसलिए आशीष थाने में सूचना दे थाना परिसर में ही मंदिर में विवाह करा देने का प्रस्ताव लेकर पहुंचा था। लेकिन मुहर्रम को लेकर व्यस्त कोतवाली पुलिस ने मुहर्रम पर्व के बाद आने की बात कह दोनों को वापस कर दिया है। दोनों बाकायदा अपने सर्टिफिकेट लेकर पहुंचे थे।

हम्पी ने भी कंप्यूटर में डिप्लोमा कर रखा है। पेटिंग में भी उसे महारत हासिल है। जानकारी के अनुसार गुरुवार की शाम भागलपुर पहुंची हम्पी को रिसीव करने नवगछिया पहुंच गया था। दोनों एक-दूसरे को बीते एक साल में फेसबुक, वीडियो काल के सहारे ही इस कदर चाहने लगे थे कि शादी का प्रस्ताव पर दोनों की हामी 21 जुलाई 2023 को हुई और हम्पी के घर वाले आशीष को कोहिमा में ही बसाने पर रिश्ते को राजी होने की बात कही थी। लेकिन आशीष रंजन को हम्पी के घर वालों का प्रस्ताव कबूल नहीं था। उसकी ना से विचलित हम्पी ने अपना घर-बार छोड़ प्रेम दीवानी बन भाग कर भागलपुर चली आई।

7 फरवरी 2022 को इंटरनेट मीडिया पर हम्मी से हुई थी आशीष की दोस्ती

आशीष ने जानकारी दी है कि मूल रूप से पटना के कुर्जी का रहने वाला है। भागलपुर में रहकर कंप्यूटर डिप्लोमा कोर्स करने के बाद कोचिंग खाेल रखा है। सात फरवरी 2022 को उसकी ऐना हम्पी से परिचय हुआ फिर दोनों एक-दूसरे को जानने-समझने में एक-दूसरे से काफी करीब हो गए। हम्पी ने बताया कि उसका भाई जोन्हो बाटो में कांट्रेक्टर है। उसने इस बात की धमकी दे रखी थी कि वह आशीष को कोहिमा में बुला ले।

यहीं बस जाने पर उससे घर बसाया जा सकता। भाई ने मम्मी-पापा को भी इस शर्त पर ही शादी के लिए राजी होने की बात समझा चुका था। एक बार आशीष  परमिट पर हम्पी से मिलने कोहिमा पिछले साल गया भी था। लेकिन वहां बसने के नाम पर वह तैयार नहीं था। लेकिन हम्पी आशीष से किसी भी कीमत पर विवाह रचाना चाहती थी। उसने बताया कि भाई और घर वालों का रवैया देख वह घर छोड़ यहां चली आई है। अब आशीष के साथ ही उसे जिंदगी बसानी है।

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