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जबरन स्मार्ट मीटर लगाकर खुला छोड़ दिया तार, करंट लगने से घर मालिक की मौत; अस्पताल से ठेले पर लादकर घर लाए शव

Bhagalpur ग्रामीणों ने बताया कि घर मालिक के मना करने पर जबरदस्ती विद्युत कर्मियों ने स्मार्ट मीटर लगा दिया। जिससे मौत हो गई। वहीं घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने दो विद्युत कर्मियों को बंधक बना लिया था जिन्हें पुलिस ने मुक्त कराया।

By Rashid AlamEdited By: Roma RaginiUpdated: Wed, 18 Jan 2023 11:52 AM (IST)
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सुल्तानगंज में स्मार्ट मीटर से करंट लगने से मौत

जागरण संवाददाता, सुल्तानगंज। जिम्मेवारों की लापरवाही का खामियाजा अक्सर आमजन को उठाना पड़ता है। भागलपुर के सुल्तानगंज में एक ऐसा ही मामला सामने आया। पहले तो विद्युत कर्मियों की लापरवाही के कारण बबलू साह की जान चली गई। फिर शव लाने के लिए एंबुलेंस भी नहीं मिली। ऐसे में जिस ठेले पर बबलू सत्तू बेचकर परिवार का पेट पालते थे, उसी पर परिजनों को शव लाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

थानाक्षेत्र के वार्ड-7 जयनगर गांव में करंट लगने से एक अधेड़ की मौत हो गई। गांव में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे थे। मीटर लगाने वाले विद्युत कर्मी जब जयनगर के बबलू साह (45) के घर पहुंचे तो उन्होंने मना कर दिया कि उन्हें स्मार्ट मीटर नहीं लगवाना है। उसके बावजूद कर्मियों ने पुराना मीटर हटाकर नया स्मार्ट मीटर लगा दिया।

विद्युत कर्मी जल्दी-जल्दी तार जोड़कर चले गए और इस बीच तार नंगा छूट गया। घर से बबलू जैसे ही बाहर आने लगे कि उन्हें तार छू गया और वे बेहोश होकर गिर गए। आननफानन में अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। रेफरल अस्पताल से एंबुलेंस नहीं मिलने पर परिजन ठेले पर उनका शव लेकर गांव लौटे।

ग्रामीणों ने बताया कि विद्युत कर्मी नहीं माने और जबरदस्ती मीटर लगा दिया। वे लोग नंगा तार ही छोड़कर चले गए थे। कुछ देर बाद बबलू अपने घर से बाहर निकलने लगे तो दरवाजा छूते ही उन्हें करंट लग गया। उन्हें ग्रामीणों की मदद से रेफरल अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। बबलू साह के घर में पत्नी और चार बच्चे हैं। पत्नी सहित पुत्र सुमन (12), भोलू कुमार (7), आर्यन कुमार (3) और पुत्री लक्ष्मी कुमारी (10) का रो-रोकर बुरा हाल है।

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नहीं मिली एंबुलेंस तो ठेले पर लाद लाए शव

बबलू एक ठेले पर चाट, गोलगप्पा और सत्तू बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। सुल्तानगंज रेफरल अस्पताल में बबलू को मृत घोषित करने के बाद वहां एंबुलेंस नहीं मिली। फिर कुछ ग्रामीण गांव लौटे और वहां बबलू का ठेला लगे। उनके शव को उन्हीं की रोजी-रोटी पर लाद कर गांव वापस लाया। अस्पताल की अव्यवस्था पर लोग दंग थे। बबलू का शव लाया जा रहा था तो गांव वाले स्तब्ध खड़े थे।

ग्रामीणों ने विद्युत कर्मी को बंधक बनाया

बबलू की करंट से मौत की सूचना पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। ग्रामीणों के एकजुट होने के पहले ही स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने पहुंचे तीन कर्मचारी मौके से भाग निकले। इस बीच दो कर्मी पकड़े गए। दोनों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंची और बंधक बनाए गए दोनों विद्युत कर्मियों को मुक्त कराकर ले गए।

ग्रामीण बना रहे थे सड़क जाम करने की योजना

अस्पताल से शव आने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर भागलपुर-सुल्तानगंज मुख्य मार्ग थाना के समीप एनएच-80 को जाम करने की योजना बना रहे थे। इसकी भनक थानाध्यक्ष प्रियरंजन को लग गई। उन्होंने तत्परता दिखाते हुए ग्रामीणों को समझाकर घर भेजा। 

ग्रामीणों के समझाने के क्रम में करीब 10 मिनट का जाम लगा। पूरे मामले को लेकर थानाध्यक्ष प्रियरंजन ने बताया कि मृतक के परिजनों की ओर से अभी लिखित आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। अगर आवेदन मिलता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।