बिहार के इस फोरलेन प्रोजेक्ट पर PMO की नजर, 5474 करोड़ लागत; फिर भी अटका पड़ा है काम
मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन सड़क परियोजना में देरी हो रही है। 5474 करोड़ की लागत वाली यह परियोजना तय समय पर पूरी नहीं हो पाएगी। निर्माण एजेंसी ने एक साल के लिए समय बढ़ाने की मांग की है। फ्लाई ऐश की नियमित आपूर्ति नहीं होने और भू-अर्जन की समस्याओं के कारण निर्माण में बाधा आ रही है। पीएमओ और हाईकोर्ट इस परियोजना की निगरानी कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। मुंगेर से मिर्जाचौकी के बीच बन रहे फोरलेन सड़क के निर्माण कार्य की मॉनिटरिंग प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) और हाईकोर्ट कर रहा है। इसके बाद भी 5,474 करोड़ की लागत वाली यह परियोजना तय समय पर पूरी नहीं हो पाएगी। अब निर्माण एजेंसी द्वारा टाइम एक्सटेंशन मांगा गया है। एक साल के लिए समय बढ़ाने की मांग की गई है।
एनएचएआई के परियोजना निदेशक कार्यालय से 20 दिन पहले टाइम एक्सटेंशन संबंधित फाइल मुख्यालय को भेजी गई है, लेकिन अबतक इसे मंजूरी नहीं मिल सकी है। इसकी वजह से फोरलेन सड़क का निर्माण बंद है। टाइम एक्सटेंशन को स्वीकृति मिलने के बाद भी अब नवंबर से पहले निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाएगा।
फोरलेन सड़क बनाने वाली एजेंसी एपको के परियोजना प्रबंधक विमल कुमार ने कहा कि
सड़क के निर्माण के लिए 53 लाख क्युविक फ्लाई ऐश की जरूरत है। प्रतिदिन 1000-1200 गाड़ी फ्लाई ऐश चाहिए, लेकिन 50 गाड़ियां ही आपूर्ति की जाती रही है। वह भी नियमित नहीं। इकरारनामा के अनुसार, दो साल में ही काम पूरा कर दिया जाता, लेकिन फ्लाईऐश की नियमित आपूर्ति नहीं होने के साथ ही भू-अर्जन की भी समस्या रही है।