बदला घाट रेलवे स्टेशन पर पेयजल और शौचालय की सुविधा नहीं
मानसी-सहरसा रेलखंड पर अवस्थित बदला घाट स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का अभाव है।
चौथम (खगड़िया)। मानसी-सहरसा रेलखंड पर अवस्थित बदला घाट स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का अभाव है। शुद्ध पेयजल, शौचालय, यात्री शेड जैसी सुविधा यात्रियों को नहीं मिल रही है। उक्त स्टेशन पर प्लेटफार्म संख्या- दो का तो निर्माण हो गया है, लेकिन अब तक शेड की व्यवस्था नहीं हो सकी है। और न ही यात्रियों के लिए बैठने की व्यवस्था रेल विभाग की ओर से की जा सकी है। जिसके कारण यात्रियों को ट्रेन के लिए खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। कमोवेश यही स्थिति प्लेटफार्म संख्या- एक की भी है। प्लेटफार्म पर कुछ भाग में शेड और बैठने की व्यवस्था है, लेकिन अधिकांश भाग शेड विहीन ही है। जिससे ट्रेन पकड़ने आए यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। खासकर महिला यात्रियों को काफी परेशानी होती है। शौचालय की व्यवस्था नहीं रहने के कारण यात्री को बाहर का ही सहारा रहता है। जबकि प्लेटफार्म पर महिला व पुरुष दोनों शौचालय है। बावजूद दोनों में ताला लगा रहता है। शौचालय में जल की व्यवस्था नहीं है। कहने को तो प्लेटफार्म संख्या एक पर तीन-तीन चापाकल है। लेकिन सभी बेकाम ही है। यात्री स्थानीय लोगों के यहां या फिर किसी दुकान में पीने के लिए जल तलाशते नजर आते हैं। इतनी अव्यवस्था रहने के बावजूद भी रेलवे विभाग की नजर इन समस्याओं पर नहीं जा रही है। जिससे कि समस्या का समाधान हो सके। बताते चलें कि चौथम, हरदिया, धुतौली, सैदपुर, बलहा, रोहियार समेत कई पंचायत के लोग बदला घाट स्टेशन पहुंचकर विभिन्न जगहों के लिए ट्रेन पकड़ने आते है। ट्रेन आने के समय में जेनरेटर द्वारा बिजली दी जाती है। प्लेटफार्म संख्या दो पर बिजली का कनेक्शन भी नहीं है। जिससे रात्रि के समय में यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। स्टेशन पर मूलभूत सुविधाओं के अभाव के कारण यात्री रेलवे विभाग व विभाग के पदाधिकारी को कोसते नजर आते हैं।
धुतौली पंचायत के मालपा निवासी सह भाकपा जिलामंत्री प्रभाकर प्रसाद ¨सह, पूर्व प्रमुख नरेश प्रसाद बादल, हरदिया के संजय यादव, पूर्व मुखिया बिरेंद्र ¨सह आदि कहते हैं कि उक्त स्टेशन इस क्षेत्र के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। सैकड़ो लोग इस स्टेशन से रोजाना विभिन्न जगहों के लिए यात्रा करते हैं। यहां से सरकार को अच्छी राजस्व की भी प्राप्ति होती है। लेकिन रेल मंत्रालय इस स्टेशन के सौंदर्यीकरण पर ध्यान ही नहीं दे रही है। जिससे यह स्टेशन उपेक्षित है।
समस्याओं के बावत एसएम प्राणेश कुमार ने बताया कि पेयजल के लिए बो¨रग गलाया गया, लेकिन असफल हो गया है। पुन: दूसरे जगह बो¨रग गलाया जाएगा। वहीं उन्होंने बताया कि शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं रहने के कारण यात्री उपयोग नहीं कर रहे हैं। सारी जानकारी वरीय पदाधिकारी को दी गई है।