भागलपुर नगर निगम में जुटे निवर्तमान पार्षद, निकाय चुनाव की है अनिश्चितता तो कैसे होगा काम-काज
भागलपुर नगर निगम के निवर्तमान पार्षदों ने परामर्शदातृ समिति के गठन की मांग की। नगर आयुक्त कक्ष के बाहर खड़े रहे जनप्रतिनिधि ने जताया विरोध 15 मिनट बाद मिली अनुमति। डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नगर निगम से फागिंग व एंटी लार्वा छिड़काव की मांग
जागरण संवाददाता, भागलपुर। नगर निगम चुनाव रद होने पर निवर्तमान पार्षदों की बेचैनी बढ़ गई है। निकाय चुनाव की अनिश्चितता को लेकर संशय की स्थिति हैं। ऐसे में शहरी क्षेत्र में जनसमस्या बढ़ती जा रही है। इसे लेकर सोमवार को पार्षद एकता मंच ने प्रमंडलीय आयुक्त, डीएम व नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। वार्ड संख्या 21 के निवर्तमान पार्षद संजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में पार्षदों का एक शिष्टमंडल वार्ड में जनहित के मुद्दों पर नगर आयुक्त से मिलने पहुंचे। लेकिन निर्वतमान पार्षदों को यहां 15 मिनट तक कक्ष के बाहर खड़े रहकर इंतजार करना पड़ा। इंतजार के दौरान निवर्तमान महिला पार्षदों द्वारा विरोध किया जाने लगा। इतना इंतजार तेा आम जनता को नहीं करना पड़ता है। महिला पार्षदों को इस तरह से खड़े रखना किसी अपमान से कम नहीं है। इस दौरान कक्ष के बाहर खड़े गार्ड व आदेशपाल को खड़ी-खोटी सुनाई। तब जाकर नगर आुयक्त से मिलने का अवसर मिला।
निवर्तमान पार्षदों ने कहा कि चुनाव स्थगित करने के बाद विशेषाधिकार प्रदान करने की मांग की गई। पार्षदों का कार्यकाल 9 जून 2022 को समाप्त हुआ है। निर्वाचन आयोग द्वारा 10 एवं 20 अक्टूबर को चुनाव कराने की तिथि की गई थी। नामांकन प्रक्रिया के बाद लोकतंत्र का महापर्व का आरंभ हो चुका था। अचानक उच्च न्यायलय के आदेश से चुनाव स्थागित कर दिया गया है। अब सरकार विशेष अनुमति याचिका दायर करने माननीय उच्चतम न्यायालय जा रही है। चुनाव कराने के अगले आदेश प्राप्त होने तक संवैधानिक संकट को देखते हुए पूरे बिहार के शहरी निकाय के जनप्रतिनिधियों को पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों की तरह परामर्शदातृ समिति बनाकर कार्यकाल का विस्तार एवं अधिकार प्रदान कर लोकतंत्र बहाल किया जाय। जनप्रतिनिधि अपने स्तर से साफ सफाई नाला उड़ाई, लाईटिंग, फागिंग आदि नहीं करवा पा रहे हैं। निगम प्रशासन एवं कर्मियों द्वारा बात नहीं सुनी जाती है। निगम के उपेक्षा के शिकार बन रहे हैं। चुनाव में हो रही विलंब के लिए सरकार जिम्मेवार हैं और भुगतना हमें पड़ रहा है। जनता हमें अपना जनप्रतिनिधि मानकर अपनी समस्या बताती है और हम उनके उम्मीदों पर खड़ा नहीं उतर पाते हैं।
बिगड़ी है सफाई व्यवस्था, डेंगू का भी कहर
शहर में दीपावली एवं छठ पूजा की साफ-सफाई, डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नियमित रूप से फॉगिंग की व्यवस्था की मांग भी की गई। वहीं नगर आयुक्त से सभी सफाई कर्मचारी जो जिस वार्ड में थें, को पुन: उसी वार्ड में प्रतिनियुक्ति किया जाय। खराब पड़े स्ट्रीट लाइट मरम्मति, छठ घाटों की साफ-सफाई एवं आवश्यकतानुसार, कृत्रिम तालाब की खेादाई आदि को लेकर प्रमंडलीय आयुक्त, जिला पदाधिकारी एवं नगर आयुक्त से मिलकर संबंधित विषय को रखा।
प्रशासन से इस बिंदुओ पर दिया सुझाव
- 1. काली पूजा छठ में साफ सफाई की समुचित व्यवस्था
- 2. सभी वार्ड में पर्व त्योहार को देखते हुए पुराने वार्ड में सफाई कर्मी की प्रतिनियुक्ति
- 3. प्रत्येक वार्ड में खराब पड़ एलइडी लाइट की मरम्मत व बचे हुए पोल में लाइट लगाई जाय
- 4. जाम पड़े नाले की गैंग लगाकर अविलंब सफाई की जाय
- 5. निवर्तमान पार्षद के निगरानी में साफ सफाई कार्य कराने की अनुमति मिले
- 6. पर्व त्योहार को देखते हुए चूना-ब्लीचिंग की समुचित व्यवस्था
- 7. डेंगू के रोकथाम को लेकर प्रत्येक वार्ड में फांगिंग प्रत्येक दिन हो
- 8. छठ घाट, पोखर, तालाब गंगा घाट की सफाई युद्धस्तर पर पूर्व की भांति हो
- 9. सभी सडको पर जो पाइपलाइन बिछाई गई है उसकी मरम्मत की जाय
- 10. सड़क किनारे पाइप लीकेज की मरम्मत अविलंब कराई जाय
- 11. प्याऊ निर्माण का कार्य शीघ्र शुरू की जाए
इस मौके पर संजय कुमार सिन्हा, गोबिंद बनर्जी, मोहम्मद उमर चांद, फिरोजा यासमीन, खुशबू कुमारी, शिवानी देवी, साबरा, सीता देवी, पंकज कुमार दास, शीला देवी, बीवी बलिमा, कुमारी कल्पना, विधु वाला सिंह, शशि कला देवी, अंजुम शाहीन, प्रीति देवी, बबिता देवी, सुनीता देवी, सदानंद चौरसिया, दिनेश तांती, अनिल कुमार पासवान, सरयुग प्रसाद साह, दीपिका कुमारी, अभिषेक कुमार अरसदी बेगम आदि मौजूद थे।