Pregnant Women Diet: गर्भवती महिलाओं के लिए टिप्स, अंतिम माह में गर्भस्थ शिशु का ऐसे रखें ख्याल
Pregnant Women Diet गर्भवती महिलाएं अक्सर खान-पान को लेकर शंका में रहती हैं कि क्या खाएं और क्या न खाएं। समेकित बाल विकास परियोजना द्वारा पोषण की सही जानकारी देने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसमें महिलाओं को खास टिप्स दी जा रही है। पढ़ें...
संवाद सूत्र,केनगर (पूर्णिया) : समेकित बाल विकास परियोजना द्वारा पोषण की सही जानकारी देने और पोषण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से जगनी पंचायत के सौराहा गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 26 एवं गोकुलपुर पंचायत के मनरेगा भवन परिसर स्थित केंद्र संख्या 65 में सीडीपीओ रजनी गुप्ता की अध्यक्षता में प्रखंड प्रमुख सरीता सरोज द्वारा गर्भवती महिलाओं का गोद भराई कराया गया। गोद भराई कार्यक्रम में सेविका साधना कुमारी एवं अंजू कुमारी भी शामिल थी।
कार्यक्रम में शामिल प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि विद्या सागर मंडल एवं गोकुलपुर पंचायत के मुखिया नीरज कुमार द्वारा आंगनबाडी केंद्र के पोषक क्षेत्र के मौजूद बच्चों को सेविका द्वारा विद्यालय पूर्व दी जाने वाली शिक्षा का मूल्यांकन करने के साथ ही मीनू के अनुरूप मिलने वाली भोजन की भी जानकारी ली गई। वहीं सीडीपीओ रजनी गुप्ता एवं अन्य पंचायत प्रतिनिधियों ने सौराहा गांव की सेविका साधना कुमारी के केंद्र की लचर व्यवस्था पर नाराजगी व्यक्त की तथा केंद्र की व्यवस्था पर सुधार लाने का निर्देश दिया।
गर्भवती महिलाओं को खाना (Pregnant Women Diet)
- अंडे को अपने आहार में शामिल करें
- ब्रोकली और हरी सब्जियां लें।
- व्यायाम जरूर करें, धूम्रपान या शराब के सेवन से बचें। ऐसी जगहों पर भी न जाएं जहां इनका सेवन हो रहा हो।
- दूध का सेवन करें। सुबह की धूप जरूर लें।
- ड्राई फ्रूट्स लें। भिंगोए हुए चने भी खाएं।
गोदभराई कार्यक्रम दौरान सीडीपीओ ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को गर्भधारण के आखिरी महीना में उन्हें सुपोषित करने और बेहतर पोषण की जरूरत होती है। खून की कमी को पूर्ति करने के लिए आयरन, फौलिक एसिड की खुराक लेने पर बल दिया गया। कार्यक्रम में लाभार्थियों को उपहार स्वरूप पोषण की पोटली दी गई जिसमें गुड़, चना, हरी पत्तेदार सब्जियां, आयरन की गोली व फल आदि थे। गर्भवती महिलाओं को उपहार स्वरूप पोषण की थाली भेंट की गई जिसमें सतरंगी एवं अनेक प्रकार के पौष्टिक भोज्य पदार्थ थे। गर्भवती महिलाओं को चुनरी ओढ़ाकर और टीका लगाया गया।