भागलपुर के मुख्य टिकट निरीक्षक (सीआईटी) राजीव रंजन को तेजस राजधानी एक्सप्रेस में बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़ा गया। उन पर 6533 रुपये का जुर्माना लगाया गया जिसमें मालदा से भागलपुर तक का किराया और जुर्माना शामिल है। रंजन ने दावा किया है कि यह एक साजिश है और उनके नाम का दूसरा व्यक्ति हो सकता है। मामले की जांच की जा रही है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर के सीआइटी ( चीफ टिकट इंस्पेक्टर) राजीव रंजन मंगलवार को अगरतला-मालदा-आनंद विहार तेजस राजधानी एक्सप्रेस में बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए। इस ट्रेन में सवार गुहवाहाटी के टीइटी चंचल कुमार ने उनपर 6533 रुपये का जुर्माना लगाया।
इसमें मालदा से भागलपुर तक का किराया और जुर्माने की राशि शामिल है। फाइन अदा करने पर सीआइटी को छोड़ा गया। बात मालदा मंडल के अधिकारियों तक पहुंच गई है। मामले की जांच के बाद उनपर कार्रवाई भी हो सकती है।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया एक सप्ताह पहले सीआइटी राजीव रंजन का स्थानांतरण सियालदह मंडल में हो गया है। इसी सिलसिले में मंगलवार को वे मालदा मंडल कार्यालय गए थे। मालदा से भागलपुर लौटने के क्रम में वे बिना रिजर्वेशन के ही तेजस राजधानी में चढ़ गए।
मालदा से ट्रेन के खुलते ही जांच के दौरान उन्हें बेटिकट पकड़ लिया गया। राजीव रंजन ने टीटीई को अपना परिचय भागलपुर के सीआइटी के रूप में दिया। बावजूद टीटीई ने उनकी एक नहीं सुनी। कहा कि आप कोई भी हों, बिना टिकट ट्रेन में चढ़े ही क्यों। इसके बाद 6,533 रुपये जुर्माने की रसीद थमा दी।
हालांकि, राजीव रंजन का कहना है कि रसीद में सीआइटी कहां लिखा है। राजीव रंजन के नाम का दूसरा व्यक्ति भी हो सकता है। बदनाम करने के लिए कुछ लोग इस तरह की अफवाह फैला रहे हैं।
इधर, रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि मामला सामने आने पर भागलपुर के सीआइटी के मूल हस्ताक्षर से फाइन जमा करने के दौरान किए गए दस्तखत का मिलान कराया गया। दोनों के मेल खाने के बाद इस बात की पुष्टि हुई कि फाइन भरने वाले भागलपुर के सीआइटी ही हैं।
ड्यूटी कार्ड रहने के बाद भी रिजर्वेश कराना जरूरी
रेलवे के नियम के अनुसार ड्यूटी कार्ड रहने के बावजूद बिना रिजर्वेश ट्रेन में सफर नहीं किया जा सकता है। टिकट लेना ही पड़ता है। सीआइटी के पद पर रहने के बाद भी राजीव रंजन ने रेलवे के नियमों की अनदेखी कर बिना टिकट तेजस राजधानी में सफर करने का प्रयास किया।
मालदा के सीनियर डीसीएम सुदीप भट्टाचार्या ने कहा कि कोई गाड़ी छूट गई होगी इसलिए तेजस राजधानी में सीआइटी चढ़ गए होंगे। बिना टिकट सफर करते धराने पर फाइन भरना पड़ा।
बिना टिकट ट्रेन में सफर करना गैरकानूनी है। रेलवे के नियमों का उल्लंधन है। मामले की जांच के बाद सीआइटी के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
- शिव प्रसाद कुमार, एडीआरएम, मालदा
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