राम विलास पासवान की जयंती पर पहली पत्नी राजकुमारी देवी ने खोला राज, चिराग की शादी के बारे में भी बोलीं
Ram Vilas Paswan birth anniversary खगडि़या निवासी पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की जयंती पर उनके स्वजन पार्टी कार्यकर्ता आम लोग उन्हें याद कर रहे हैं। उनकी पहली पत्नी राजकुमारी देवी ने कहा कि परिवार बिखर गया है। चिराग एकजुट कर रहे हैं। चिराग की शादी की भी चर्चा हुई।
By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Updated: Wed, 06 Jul 2022 07:28 AM (IST)
संवाद सूत्र, अलौली (खगड़िया)। Ram Vilas Paswan Birth anniversary: रामविलास पासवान की जयंती पर उनके पैतृक गांव शहरबन्नी में उत्सवी माहौल है। इस मौके पर लोजपा (रामविलास) की ओर से शहरबन्नी स्थित स्मारक भवन (यहां रामविलास पासवान के मां-पिताजी की प्रतिमा स्थापित है) में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी भी शिरकत करेंगी। उन्होंने कहा कि, वहां जाऊंगी।
राजकुमारी देवी ने 5 जुलाई मंगलवार को रामविलास पासवान की जयंती के दिन दैनिक जागरण से अपने मन की बात खुलकर कही। उन्होंने कहा कि चिराग जल्दी से शादी करे, यही इच्छा है। लेकिन शादी के सवाल पर चिराग हंसने लगती हैं। उन्होंने कहा कि चिराग काफी होनहार है। परिवार को लगातार जोड़ने का प्रयास कर रहा है। वह मेरा प्रिय है। हमेशा मेरा ध्यान रखता था। मेरे लिए दवाई लेकर आता है। चिराग की शादी में वे खूब जश्न करेंगी। जब भी चिराग पासवान शहरबन्नी आता है उसकी बड़ी उससे मां शादी की चर्चा करती है। वह कहती है-बेटा अब शादी कर ले।
रामविलास को किया याद
राजकुमारी देवी काफी भावुक थीं। उन्होंने कहा साहेब (रामविलास पासवान) गरीबों के मसीहा थे। उनके जाने के बाद परिवार बिखर गया है। साहेब सभी को साथ लेकर चलते थे। सभी फिर से एक हो जाए, बस, यही इच्छा है। राजकुमारी देवी परिवार में पड़े फूट से दुखी हैं। वे कहती हैं- पारस जी (केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस) सदा मुझे मां की तरह सम्मान देते रहे हैं। चिराग तो बेटा है। चिराग बाबू मुझे बहुत मानते हैं। चिराग आशा और उम्मीद की किरण है। वे कुछ दिनों बाद शहरबन्नी आएंगे। राजकुमारी जी कहती हैं- आज चिराग हाजीपुर में हैं। हाजीपुर रामविलास जी की कर्मभूमि है। वहां उनकी प्रतिमा स्थापित करने का कार्यक्रम है। पार्टी में टूट पर राजकुमारी देवी बोलीं कि ऐसा होना दुर्भाग्यपूर्ण है। सब को इस कठिन समय मेंं मिलकर रहना चाहिए। आठ जुलाई 2020 को रामविलास पासवान का निधन हो गया था। यहां बता दें कि रामविलास पासवान का जन्म पांच जुलाई 1946 को हुआ था।
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