डेंगू का कहर! भागलपुर में छठी मौत, फिर भी आंकड़ों को छिपाने में जुटा स्वास्थ्य विभाग
बिहार के हर जिले में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भागलपुर में डेंगू से छठी मौत हो गई है। जांच से पता चला कि मरने से पहले मृतक का प्लेटलेट्स 6000 था। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उसे मेडिसिन विभाग के एचडीयू में भर्ती किया गया। सभी प्रक्रियाओं के बाद भी उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ।
जागरण संवाददाता, भागलपुर: जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगलवार सुबह इशाकचक थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर निवासी 35 वर्षीय मनीष कुमार की डेंगू से संदिग्ध मौत हो गई। रविवार को गंभीर हालत में मनीष को लेकर परिजन अस्पताल पहुंचे थे।
पैथोलॉजी जांच में मनीष का प्लेटलेट्स 6000 था। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उसे मेडिसिन विभाग के एचडीयू में भर्ती किया गया। चिकित्सक ने मनीष को चार यूनिट प्लेटलेट्स और एक यूनिट खून चढ़ाया गया था। इसके बाद भी उसकी स्थिति में सुधार नहीं हो रहा था।
पहले निजी क्लिनिक में चल रहा था इलाज
मंगलवार सुबह अचानक मनीष को सांस लेने में परेशानी होने लगी। जब तक डॉक्टर कुछ कर पाते उससे पहले उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है मनीष का इलाज पहले निजी क्लीनिक में चल रहा था।
स्थिति गंभीर होने पर उसे जेएलएनएमसीएच रेफर कर दिया गया। वही मौत के बाद अब मनीष के एलिजा जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है ।
5 मौत डेंगू से, विभाग बता रहा एक
जिले में अब तक डेंगू से पांच लोगो की मौत हो चुकी है। स्वस्थ विभाग केवल एक मौत की पुष्टि कर रहा है। अब तक तिलकामांझी में 3 सराय में 1 और खगड़िया के एक शिक्षक की संदिग्ध मौत डेंगू से हो चुकी है।
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मंगलवार को सिकंदरपुर निवासी की मौत हो गई। जिस से मौत का आंकड़ा 6 हो गया है। लेकिन स्वास्थ विभाग केवल एक मौत मान रहा है। इसके पीछे तर्क है की केवल एक मृतक का एलिजा जांच के लिए सैंपल लिया गया था। जिसमें वह पॉजिटिव पाया गया था। बाकी मृतक का एलिजा जांच नही हुआ था।