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विवि के रास्तों पर झुग्गी वालों राज, कई बार हुआ है बड़ा विवाद

भागलपुर। तिलकमांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के विभिन्न विभागों में जाने वाले रास्तों पर

By JagranEdited By: Updated: Fri, 29 Apr 2022 02:14 AM (IST)
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विवि के रास्तों पर झुग्गी वालों राज, कई बार हुआ है बड़ा विवाद

भागलपुर। तिलकमांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के विभिन्न विभागों में जाने वाले रास्तों पर झुग्गी वालों का राज चलता है। यदि आप मुख्य सड़क से टीएमबीयू के इतिहास, सामाजिक विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विभाग जाना चाहते हैं तो इसके लिए झुग्गी होकर ही जाना होगा। दिलचस्प बात है कि यदि आप बाइक या कार से गुजर रहे हैं तो सतर्क रहें। अन्यथा यदि किसी से गाड़ी सट भी जाए तो आपकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अवैध तरीके से रह रहे लोगों की दबंगई वहां चलती है।

इस संबंध में एमबीए, पीजी कामर्स समेत अन्य विभागों ने विवि को पत्र लिखा था। इस मामले में प्राक्टर डा. रतन मंडल के स्तर से कुछ माह पहले जिला प्रशासन को भी अतिक्रमण हटाने के लिए पत्र भेजा गया था, कितु मामला अब तक ठंडे बस्ते में चला गया। अब जब तक विवि नए सिरे से अतिक्रमण हटाने को लेकर जिला प्रशासन से स्मार पत्र नहीं भेजेगा तब तक इस दिशा में कार्रवाई आगे बढ़ना मुश्किल है।

विभागीय परिसर का बंद रखा जाता है द्वार

ओल्ड पीजी कैंपस में पीजी संगीत, पीजी रूरल इकोनोमिक्स, पीजी मैथिली, पीजी इतिहास, पीजी सोशियोलाजी, पीजी एंथ्रोपोलाजी, पीजी आइआरपीएम, बहुद्देशीय प्रशाल, दिनकर भवन समेत विभाग और कक्षाएं हैं। हर दिन छात्रों की काफी संख्या में आवाजाही होती है, लेकिन परिसर में प्रवेश के लिए एनएच-80 से नजदीक वाले द्वार को नहीं खोला जाता है। इसका बड़ा कारण है झुग्गी वालों का राज। उनकी वजह से ही स्थायी रूप से गेट को बंद कर दिया गया है। इससे अब काफी घूमकर छात्रों या अन्य लोगों को जाना पड़ता है। इसके अलावा पीजी कामर्स जाने वाले पिछले रास्ते को भी बंद किया गया है।

ओल्ड पीजी कैंपस में पीजी इतिहास के प्रोफेसर पर हुआ था हमला

ओल्ड पीजी कैंपस में ही पीजी इतिहास के शिक्षक डा. केके मंडल पर झुग्गी वाले कुछ लोगों ने हमला कर दिया था। कुछ माह पूर्व जब वे विभाग से कक्षा लेकर निकल रहे थे तो कुछ लोग परिसर में उनकी गाड़ी के सामने क्रिकेट खेल रहे थे। जब उन्होंने हटने के लिए कहा तो झुग्गी वाले उनसे उलझ गए थे और उन्हें घेरकर उनकी गाड़ी को क्षतिग्रस्त करने क प्रयास किया था। इस मामले की शिकायत डा. मंडल ने विवि पुलिस से भी की थी। विवि ने भी तब अतिक्रमण हटाने को लेकर जिला प्रशासन को स्मार पत्र दिया था। बावजूद अब तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।

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कोट :

इस संबंध में जिला प्रशासन को प्राक्टर के माध्यम से पत्र दिया गया था। फिर से इस दिशा में पहल की जाएगी, ताकि छात्रों को परेशानी नहीं हो।

- डा. निरंजन प्रसाद यादव, कुलसचिव टीएमबीयू