बिहार के इस जिले में 165 करोड़ का सॉफ्टवेयर पार्क बनकर तैयार, केंद्रीय मंत्री ने किया उद्घाटन; जानें क्या है खासियत
बिहार के भागलपुर में 165 करोड़ का सॉफ्टवेयर पार्क बनकर तैयार है। केंद्रीय अश्विनी चौबे ने बुधवार को सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया का उद्घाटन किया। यह केंद्र आईटी के क्षेत्र में काम करने वालों को एक विकल्प प्रदान करेगा। बदलते समय में आईटी क्षेत्र में मांग काफी बढ़ी है। इससे युवाओं को आईटी के क्षेत्र में काम करने के अनुकूल तैयारी कराई जाएगी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। 165 करोड़ का सॉफ्टवेयर पार्क बनकर तैयार है। केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बुधवार को सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया यानी एसटीपीआई केंद्र का उद्घाटन किया। यह केंद्र स्थानीय छात्रों को आईटी के क्षेत्र में काम करने वालों को एक विकल्प प्रदान करेगा।
बदलते आधुनिक समय में आइटी के क्षेत्र में मांग काफी बढ़ी है। इससे युवाओं को आईटी के क्षेत्र में काम करने के अनुकूल तैयारी कराई जाएगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता अर्जित शाश्वत चौबे ने बताया कि सॉफ्टवेयर पार्क के लिए 2015 में तत्कालीन सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद से मिलकर भागलपुर में सॉफ्टवेयर पार्क बनाने की बात को रखी थी। प्रधानमंत्री ने 165 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सॉफ्टवेयर पार्क की घोषणा की थी।
सॉफ्टवेयर पार्क से भागलपुर सहित पूरे बिहार के युवाओं को लाभ मिलेगा एवं आईटी के क्षेत्र में मिल का पत्थर साबित होगा। एसटीपीआई के क्षेत्राधिकार निदेशक सूर्य कुमार पटनायक ने बताया कि सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) एसटीपी और ईएचटीपी योजनाओं के तहत एकल खिड़की नियामक सेवाएं प्रदान करके देश से आईटी व आईटीईएस निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विशेष ध्यान केंद्रित करके कार्यरत है।
इसके साथ ही स्टार्ट-अप कंपनियों और युवा उद्यमियों के लिए प्लग एंड प्ले इनक्यूबेशन सुविधाओं के साथ-साथ आईटी व आईटीईएस निर्यात के लिए निर्बाध पहुंच के लिए हाई स्पीड डेटा संचार सेवाएं उपलब्ध कराता है। 2008 में एसटीपीआई-पटना केंद्र की स्थापना के बाद से एसटीपीआई ने बिहार राज्य से आईटी व आईटीईएस उद्योगों को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
साल दर साल, एसटीपीआई केंद्रों ने इस क्षेत्र को एक पसंदीदा आईटी गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने और आईटी व आईटीईएस उद्योग के लिए एकल खिड़की एजेंसी के रूप में कार्य करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। एसटीपीआई के प्रयासों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सजन और राज्य की अर्थव्यवस्था के समग्र विकास में भी मदद मिली।
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