Bihar Crime: भागलपुर में मंदिर पर पथराव; कटिहार में प्रतिमा तोड़ी, दंगा नियंत्रण बल और पुलिस फोर्स तैनात
बिहार के भागलपुर में पुलिस-प्रशासन की मुस्तैदी से माहौल बिगाड़ने की कोशिश नाकाम हो गई। यहां के ऐतिहासिक बुढ़िया काली महारानी मंदिर परबत्ती में असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया था। घटना रविवार देर रात की है। सुबह मंदिर पहुंचे लोगों ने नगाड़ा बजाकर इसकी सूचना दी। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर दंगा नियंत्रण बल को तैनात किया है।
By Jagran NewsEdited By: Yogesh SahuUpdated: Sun, 30 Jul 2023 11:54 PM (IST)
जागरण संवाददाता, भागलपुर। बिहार के भागलपुर में काली मंदिर व कटिहार में बजरंगबली के मंदिर में शनिवार रात को शरारती तत्वों ने पथराव कर तोड़फोड़ कर दी।
भागलपुर के परबत्ती काली मंदिर में पथराव किया गया। कटिहार में बजरंग बली की प्रतिमा तोड़ दी गई। घटना के विरोध में दोनों जगहों पर लोग सड़क पर उतर गए।अधिकारियों ने लोगों को समझाकर मामला शांत कराया। दोनों ही जगहों पर सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए दंगा नियंत्रण बल और पुलिस बल की तैनाती की गई है।
भागलपुर: सुबह तीन बजे हुआ मंदिर पर पथराव
भागलपुर जिले में विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र के परबत्ती मोहल्ले में मौजूद ऐतिहासिक बुढ़िया काली महारानी मंदिर पर असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया। जानकारी के अनुसार, रविवार की सुबह करीब तीन बजे असामाजिक तत्वों ने पथराव कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। हालांकि, स्थानीय लोगों ने संयम से काम लिया।
पथराव की जानकारी मोहल्ले के लोगों को रविवार की सुबह तब लगी, जब लोग काली महारानी मंदिर मत्था टेकने पहुंचे। इस दौरान मौके पर महारानी की वेदी पर पांच-छह पत्थर के टुकड़े बिखरे मिले।
मंदिर परिसर में भी कई पत्थर बिखरे मिले। दानपेटी और गेट के एक पल्ले को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया गया था। यह जानकारी मिलते ही परबत्ती मोहल्ले में आक्रोश फैलने लगा।मंदिर परिसर से परंपरागत नगाड़ा बजा दिया गया। नगाड़े की आवाज सुनकर सभी घरों से लोग मंदिर परिसर पहुंचने लगे थे। मंदिर का नियम होने के कारण सभी जुटने लगे।स्थिति नाजुक होते देख घटना की जानकारी एक स्थानीय युवक ने तुरंत एसएसपी आनंद कुमार को दी। एसएसपी ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर सीआरपीएफ, दंगा नियंत्रण बल, स्थानीय पुलिस बल और तकनीकी सेल को भेजकर स्थिति नियंत्रण में कर ली।
परबत्ती के आक्रोशित लोगों ने पुलिस अधिकारियों की त्वरित पहल को देखते हुए संयम से काम लिया। परबत्ती निवासी कामेश्वर यादव ने भी लोगों से अपील कर कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से घरों में लौट जाएं। इसके बाद लोग घर लौट गए।
एसएसपी के निर्देश पर मंदिर परिसर में पथराव करने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध केस दर्ज करा दिया गया है। एहतियाती तौर पर सीआरपीएफ, दंगा नियंत्रण बल और पुलिस बलों को तैनात रखा गया है।
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