मुंगेर-खगडिय़ा रेल सेक्शन पर हो सकता है बड़ा हादसा, गेट और पायदान पकड़ कर सफर कर रहे लोग
मुंगेर-खगडि़या रेल सेक्शन पर बड़ा हादसा हो सकता है। गेट और पायदान पकड़ कर लोग यात्रा कर रहे हैं। ऐसे में कभी भी हादसा हो सकता है। दरअसल इस रूट पर यात्रियों का दबाव काफी रहता है। ऐसे में हर रोज...
संवाद सहयोगी, मुंगेर। मुंगेर-खगडिय़ा-बेगूसराय रेल सेक्शन पर यात्री मौत का सफर कर रहे हैं। यात्रियों के अनुपात में कोच की संख्या काफी कम है। ऐसे में यात्री कोच के पायदान और गेट पर लटकर यात्रा कर रहे हैं। इस रेल सेक्शन पर चल रही डेमू सवारी गाड़ी में कोच की संख्या नहीं बढ़ी है।
सात कोच के साथ ही ट्रेन छह वर्षों से जमालपुर-मुंगेर-खगडिय़ा-बेगूसराय के बीच दौड़ लगा रही है। यात्रियों की संख्या बढ़ी तो राजस्व में भी इजाफा होने लगा, पर ट्रेन में कोचों की संख्या को नहीं बढ़ाया जा सका। इस रेल सेक्शन पर रोजाना यात्रा करने वाले यात्रियों की तादाद भी करीब तीन से चार गुना बढ़ गई है। हर दिन एक ट्रेन में लगभग डेढ़ से दो हजार यात्रियों की भीड़ होती है।
ज्यादा भीड़ के कारण यात्रियों की जानें भी जा रही है। खगडिय़ा-बेगसूराय के लिए अप और डाउन में पांच जोड़ी पैसेंजर ट्रेनें है। रेलवे के अनुसार सात बोगी वाली ट्रेन में औसतन 600 लोग आराम से बैठकर सफर कर सकते हैं, लेकिन स्थिति ठीक उलट है। ट्रेनों में कोच बढ़ाने का मामला वर्षों से लंबित है। अब तक कोच नहीं बढ़ाया गया है। ऐसे में यात्रियों को परेशानी हो रही है।
कई गवां चुके हैं जान कई हुए घायल
पांच दिन पहले ही एक महिला खगडिय़ा से मुंगेर आने के क्रम में श्रीकृष्ण सेतु के पुल से गिर गई। महिला की मौत हो गई। गिरने की वजह स्पष्ट नहीं हुआ, पर भीड़ भी एक वजह बताई जा रही है। कुछ महीनों में एक दर्जन के आसपास लोग भीड़ के कारण चलती ट्रेन से गिरकर घायल हुए, इसमें कुछ की जानें भी गई। अप और डाउन दिशा की ट्रेनों में भीड़ रहती है।
यात्री भी हो रहे लापरवाह
मुंगेर-खगडिय़ा-बेगूसराय रेल सेक्शन पर चल रही ट्रेनों में ज्यादातर युवा वर्ग गेट और पायदान पर भी सफर करना मुनासिब समझते हैं। हवा खाने के चक्कर में आए दिन जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। कोच में सीट नहीं मिलने के कारण ही पायदान और गेट पर सफर कर रहे हैं।
मेमू ट्रेन से ही भीड़ होगी नियंत्रित
डेमू कोच की जगह मुंगेर-खगडिय़ा-बेगूसराय रेल सेक्शन पर मेमू (मेन लाइन मल्टीपल यूनिट) रैक से ही कोच कमी की समस्या काफी हद तक दूर हो सकती है। मेमू रैक 12 से 14 कोच की होती है। मेमू का परिचालन होने से सीटों की संख्या में भी इजाफा होगा। मालदा के मंडल रेल प्रबंधक यतेंद्र कुमार ने बताया कि जमालपुर-मुंगेर-खगडिय़ा-बेगूसराय के बीच चल रही डेमू की जगह मेमू रैक चलाने के लिए पत्र लिखा गया है। मेमू रैक चलने से सीटों की संख्या बढ़ जाएगी। डीआरएम ने बताया कि यात्री सुविधा बढ़ाने के लिए हर प्रयास चल रहा है। जल्द ही मेमू रैक का परिचालन होने की उम्मीद है।