Bhagalpur News: 'कोई तो दे पैसे... ', दूसरों की आस में बैठा परिवहन विभाग, 9 लाख के वाटर प्यूरीफायर में लग रही जंग
भागलपुर में तिलकामांझी सरकारी बस डिपो में कई महीनों से वाटर प्यूरीफायर मशीन लगा हुआ है लेकिन फिर भी समरसेबल नहीं होने के चलते बंद पड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि मशीन खराब भी होन लगी है। फिर भी अब तक इसका निदान नहीं हो पाया है। यात्रियों को डिब्बे का पानी के सहारे ही गुजारा करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। 40 हजार प्रतिदिन कमाने वाली तिलकामांझी सरकारी बस डिपो के पास अपना समरसेबल नहीं है। समरसेबल गलाने के लिए परिवहन निगम जिला प्रशासन और नगर निगम की आस में बैठा है।
कोई पैसा दे और तिलका मांझी सरकारी बस डिपो में समरसेबल लगे और आने वाले रोजाना 2000 यात्रियों की प्यास बुझे। उन्हें बोतल बंद पानी खरीदने की जरूरत ना पड़े।
वहीं, समरसेबल नहीं होने के कारण आईसीआईसीआई बैंक द्वारा 9 लाख की वाटर प्यूरीफायर मशीन बंद पड़ी हुई है। वाटर सप्लाई के पानी से वह मशीन पूरी तरह से ऑपरेट हो ही नहीं पाती है।
समरसेबल नहीं रहने से यात्रियों को पानी की दिक्कत
सबमरसेबल नहीं रहने के कारण परिसर में काम करने 50 से अधिक कर्मचारियों को भी दिक्कत होती है। उन्हें सप्लाई के भरोसे रहना पड़ता है। पीने के लिए डब्बे वाले पानी मंगवाने होते हैं। इसके अलावा पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण भवन निर्माण विभाग द्वारा बनाए गए शौचालय की स्थिति भी बदतर है।
पानी नहीं होने से इसकी सफाई नहीं हो पाती है। इसके चारों तरफ गंदगी का अंबार पड़ा हुआ है। शौचालय की स्थिति सही नहीं होने की वजह से खासकर महिला यात्रियों को बड़ी शर्मिंदगी महसूस होती है। इसके अलावा परिसर में चारों तरफ गड्ढे हैं जिसमें बरसात के पानी जमे रहते हैं। उसे भी सही तरीके से नहीं भरवारा जा सका है।
टॉयलेट में भी पानी की व्यवस्था नहीं
स्मार्ट सिटी द्वारा परिसर में दो ए टॉयलेट लगाए गए हैं, लेकिन वहां भी पानी की व्यवस्था नहीं है। साथ ही उसके शुरू नहीं होने की वजह से वह बंद पड़ा हुआ है।
परिवहन निगम द्वारा कई बार समरसेबल को लेकर बिहार राज्य परिवहन विभाग, जिला प्रशासन और नगर निगम को पत्र लिखा गया है, लेकिन इसके बाद भी अब तक वहां पर समरसेबल की व्यवस्था नहीं हुई है।
डिब्बे के पानी के भरोसे यात्री
तिलकामांझी सरकारी बस डिपो से प्रत्येक दिन 2000 से अधिक यात्री सफर करते हैं। समरसेबल की सही तरीके से व्यवस्था नहीं होने के कारण, शुद्ध पेयजल की भी व्यवस्था नहीं है। इसके चलते यात्रियों को डिब्बे के पानी के भरोसे रहना पड़ता है।
वहीं, यात्रियों की सुविधा को देखते हुए 2021 में वाटर एटीएम की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। जहां पर 2 से 5 रुपए खर्च करके यात्रियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो जाता था, लेकिन वाटर एटीएम को सही तरीके से पानी की व्यवस्था नहीं मिलने के कारण वह भी पिछले 7 से 8 महीने से बंद पड़ा हुआ है। इससे यात्रियों की समस्या और भी बढ़ गई है।
समरसेबल के लिए जिला प्रशासन की मदद से नगर निगम को लिखा गया था, लेकिन नगर आयुक्त द्वारा इस पर अब तक कोई विचार नहीं किया गया है। समरसेबल को लेकर विभाग को भी पत्र भेजा गया है।- पवन शांडिल्य, क्षेत्रीय प्रबंधक, परिवहन प्रमंडल, भागलपुर
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