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सुल्तानगंज: कोडरमा BJP MP प्रतिनिधि की बेटी-भांजा गंगा में डूबे, SDRF ने भांजे का शव निकाला; एक की तलाश जारी

Sultanganj News सुल्तानगंज में गंगा घाट पर स्नान के दौरान 14 वर्षीय श्रेयांशी कुमारी और 25 वर्षीय पीयूष कुमार गहरे पानी में जाने के कारण डू‍ब गए। डूबने वाले दोनों लोग झारंखड के कोडरमा सांसद प्रतिनिधि की नाबालिग बेटी और भांजा हैं।

By Jagran NewsEdited By: Aditi ChoudharyPublished: Mon, 12 Jun 2023 04:37 PM (IST)Updated: Mon, 12 Jun 2023 06:11 PM (IST)
सुल्तानगंज में गंगा स्नान के दौरान डूबे झारखंड के पियूष और श्रेयांशी। जागरण

सुल्तानगंज, संवाद सूत्र। पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा के अजगवीनाथ मंदिर घाट पर सोमवार की दोपहर स्नान के दौरान गहरे पानी में चले जाने से एक किशोरी व एक युवक गंगा में डूब गए।

डूबनेवालों की पहचान झारखंड के गिरिडीह निवासी टेकलाल विश्वकर्मा के 25 वर्षीय पुत्र पीयूष कुमार एवं कोडरमा लोकसभा क्षेत्र की सांसद अन्नपूर्णा देवी की प्रतिनिधि उषा कुमारी की 14 वर्षीया पुत्री श्रेयांशी कुमारी के रूप में हुई है। पीयूष कुमार सांसद प्रतिनिधि का भांजा है।

सर्च ऑपरेशन के दौरान एसडीआरएफ को पीयूष का मिला है। एसडीआरएफ की टीम डूबी किशोरी की खोजबीन कर रही है। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है।

श्राद्ध कार्यक्रम संपन्न होने के बाद गंगा स्नान करने के लिए सुल्तानगंज पहुंचे थे सभी

घटना के संबंध में गंगा स्नान के लिए साथ आए परिजनों ने बताया कि श्राद्ध कार्यक्रम संपन्न होने के बाद रिश्तेदारों के साथ गंगा स्नान करने के लिए सुल्तानगंज पहुंचे थे। सभी लोग गंगा में एक साथ स्नान कर रहे थे। तभी अचानक श्रेयांशी कुमारी का पांव फिसल गया और वह गहरे पानी में चली गयी, जिससे कि वह गंगा में डूबने लगी।

नजर पड़ते ही पीयूष कुमार भी उसे बचाने के लिए बढ़ गया, लेकिन वह भी डूबने लगा। फिर अफरा-तफरी में सभी लोग एक दूसरे को बचाने में डूबने लगे। तभी दुकानदारों की नजर पड़ी।

दुकानदार सुधीर यादव एवं गौतम कुमार व अन्य दो तीन ने मिलकर पानी में चौकी डालकर सात-आठ लोगों की जान बचाई। घटना की जानकारी मिलते ही सुल्तानगंज थाना पुलिस दलबल के साथ गंगा किनारे पहुंची और परिजनों से जानकारी लेकर छानबीन में जुट गई। 

समय पर पुलिस के नहीं पहुंचने का आरोप

परिजनों ने कहा कि यदि पुलिस समय पर पहुंचती और एसडीआरएफ की टीम गंगाघाट पर होती तो डूब रहे लोगों की जान नहीं जाती। उन लोगों का कहना है कि जिस जगह वे लोग नहा रहे थे, वहां बैरिकेडिंग भी टूटी हुई थी।

अगर बैरिकेडिंग दुरुस्त रहती तो डूबने की घटना नहीं होती। हालांकि‍, अंचल के राजस्व पदाधिकारी रवि कुमार और थाने से पुलिस बल के साथ एसडीआरएफ की टीम लगभग एक घंटे में मंदिर घाट पर पहुंच चुकी थी।


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