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कुरियर ब्वायज के पास मिला सांप का आधा किलो जहर और हाथी दांत, नेपाल टू बंगाल वाया बिहार कर रहे थे तस्करी

बांग्लादेश सीमा से कोलकाता होते हुए लाया गया था सांप का जहर। नेपाल के सद्दाम और शेर खान नाम के व्यक्ति को करता डिलिवरी। गिरफ्तार तस्कर कोरियर ब्वाय के रूप में करता था काम। कई दिनों से वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो टीम के रडार पर था तस्कर।

By Shivam BajpaiEdited By: Updated: Mon, 07 Mar 2022 08:34 PM (IST)
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नेपाल से वाया बिहार होते बंगाल जा रहा था सांप का जहर।
शैलेश, किशनगंज : सीमावर्ती क्षेत्र स्थित किशनगंज जिला प्रतिबंधित सामान के तस्करी का कारिडोर बना हुआ है। खासकर नेपाल और बांग्लादेश के बीच तस्करी के लिए तस्करों ने किशनगंज को सुगम मार्ग मानते हैं, जहां स्थानीय लोगों का भी तस्करों को सहयोग मिलता है। शनिवार को नेपाल सीमा से सटे जिला के ठाकुरगंज स्थित एक होटल में तस्करी के दौरान तस्करों के पास से बरामद एक किलो 408 ग्राम सांप का जहर बांग्लादेश सीमा से कोलकाता के रास्ते यहां तक पहुंचा था। तस्करों की योजना नेपाल के सद्दाम और शेर खान नाम के तस्कर को सांप का जहर डिलेवरी देकर हाथी का दांत लेकर कोलकाता जाने की थी। लेकिन कई दिनों से तस्कर वाइल्ड लाइन क्राइम कंट्रोल ब्यूरो टीम के रडार पर था।

बताया जाता है कि गिरफ्तार तस्कर कोरियर ब्वाय के रूप में काम करता था और इसके पीछे जिला सहित अन्य जगहों के कई बड़े सफेदपोश और वीआईपी लोगों का भी हाथ है। हालांकि इस बात को और भी बल मिल रहा है कि तस्करों की गिरफ्तारी के कुछ देर बाद से कई लोग वन विभाग कार्यालय सहित कोट का चक्कर लगाने पहुंच चुके थे। जानकारी के अनुसार ठाकुरगंज के होटल से गिरफ्तार तस्कर ठाकुरगंज के पाठामारी थाना क्षेत्र के धूमगढ़ निवासी मु. हसनैन रजा, पठिया थाना क्षेत्र के झनाखोर निवासी मु. निहाल रजा और दल्लेगांव निवासी आसिर आलम नेपाल के शेर खान और सद्दाम नाम के व्यक्ति को जहर की खेप डिलेवरी करता। उन लोगों से तस्करों की बातचीत भी कई दिनों से जारी था। हालांकि इसके लिए वाइल्ड क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की टीम तस्करों के पीछे कलकत्ता से ही लगा हुआ था जो बातचीत कर तस्करों को बुलाया था।

तस्कर को मोबाइल से खुलेगा तस्करी के कई राज:

गिरफ्तार तस्करों के मोबाइल से तस्करी में संलिप्त कई लोगों का नाम सामने आएगा। तस्कर के मोबाइल के माध्यम से किन-किन लोगों से जुड़ा हुआ था। वन विभाग की टीम मोबाइल और जहर को सील कर रख दिया है। मामले की जांच वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो की टीम करेगी। तस्करी में तीनों व्यक्ति के किशनगंज के होने से यह इंकार नहीं किया जा सकता है कि स्थानीय लोगों की तस्करी में संलिप्तता नहीं होगी। स्थानीय लोग किस तरह से तस्करी में संलिप्त रहते हैं यह पूरा राज जब्त मोबाइल और मामले की जांच में खुलेगा।

होटल पर भी रहेगी टीम की नजर

ठाकुरगंज शहर के भातढ़ाला चौक स्थित जिस होटल से सांप के जहर के साथ तस्कर पकड़ा गया उस होटल पर भी टीम की नजर रहेगी। तस्करों के लिए होटल में दो कमरा बुक था। आखिर होटल में तस्करी के सामान के साथ बातचीत करने पहुंचे व्यक्ति किस नाम से होटल का कमरा बुक कराए हुए था। जो व्यक्ति होटल में ठहरा था क्या उसके नाम के पहचान पत्र से कमरा बुक था या किसी अन्य व्यक्ति के नाम से कमरा बुक कराया गया था। नेपाल सीमा से सटे ठाकुरगंज प्रखंड के होटल को तस्कर डिलेवरी प्वाइंट बनाकर रखा था। इन नामों से होटल में इससे पहले कब-कब कमरा बुक था सभी बिन्दुओं की जांच भी जरूरी है। सीमावर्ती क्षेत्र स्थित ऐसे होटलों की जांच की जिम्मेदारी स्थानीय थाना पुलिस की विशेष रूप से रहती है। ताकि किसी भी तरह के अपराध पर अंकुश लगाया जा सके।

'सांप के जहर के साथ गिरफ्तार तस्कर कोरियर ब्वाय के रूप में काम करता था। तस्करी की कई सारी जानकारी उसके पास से मिली है। मामले की जांच कर तस्करी के नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों पर कार्रवाई होगी।'- उमानाथ दूबे, वन क्षेत्र पदाधिकारी

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