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राम मंदिर को RDX से उड़ाने की धमकी देने वाले मकसूद ने खोले आतंकी मंसूबों के राज, UP पुलिस ने की कड़ी पूछताछ

उत्तर प्रदेश पुलिस ने अयोध्या के राम मंदिर को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी देने के आरोपी मकसूद अंसारी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उसने कई आतंकी मंसूबों का खुलासा किया है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने कटिहार और बांका जिले में दबिश दी है। मकसूद के पास से मिले चार मोबाइलों के कांटेक्ट नंबर से पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारी मिली है।

By Kaushal Kishore Mishra Edited By: Rajat Mourya Updated: Mon, 23 Sep 2024 09:26 PM (IST)
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श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के हेल्प डेस्क के वाट्सएप नंबर पर किया था धमकी भरा मैसेज (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, भागलपुर। अयोध्या के राम मंदिर को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी देने के आरोपित बरारी थानाक्षेत्र के बड़ी खंजरपुर मस्जिद लेन निवासी मकसूद अंसारी को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस भागलपुर पहुंची। पूछताछ में उसने आतंकी मंसूबों के कई राज खोले। उसकी निशानदेही पर रविवार को कटिहार और बांका जिले के अमरपुर में दबिश देकर वापस यूपी लौट गई। चार दिनों की रिमांड अवधि खत्म होने पर मंगलवार को वहां के कोर्ट में उसे पेश करेगी।

इससे पूर्व, भागलपुर पहुंचते ही यूपी पुलिस ने बरारी थानाक्षेत्र स्थित उसके घर और बबरगंज थानाक्षेत्र स्थित सकरुल्लाचक भी गई थी। उसकी निशानदेही और उसके पास मिले चार मोबाइलों के कांटेक्ट नंबर से कई चौंकाने वाली जानकारी पुलिस और एसटीएफ को मिली। पता चला कि सीमा पार से मिलने वाली टेरर फंडिंग और उसके जरिये नए इलाके में देश विरोधी ताकतों को आधार देने की कवायद जारी है।

पुलिस को नेपाल में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से छापी जाने वाली जाली भारतीय नोटों को उत्तर प्रदेश, कश्मीर समेत देश के अन्य हिस्से में भेजे जाने संबंधी भी जानकारी मिली है। तकनीकी जांच भी एटीएस के हाथ कई सुराग लगे हैं। उसके कॉन्टेक्ट लिस्ट में कुछ ऐसे नंबर और चैट मिले हैं जो पाकिस्तान और पश्चिम बंगाल में सक्रिय बांग्लादेशी आतंकी संगठन अंसार-अल-इस्लाम से जुड़े लोगों के हैं। पुलिस, एटीएस के साथ अन्य एजेंसियां भी इस मामले में छानबीन कर रही हैं।

यूपी पुलिस सूत्रों के अनुसार मकसूद के जरिये उन लोगों को भी विशेष टीम दबोचने की जुगत में है जो इस षडयंत्र में शामिल रहे हैं। पता चला है कि उनकी मंशा अलगाववादी ताकतों की दूसरी पीढ़ी तैयार करने की है। मकसूद उसी तैयारी की एक कड़ी है, जिसके जरिये बिहार-बंगाल-झारखंड में देश विरोधी ताकत को नया आधार देने में कोशिश की जा रही है। इस मामले में यूपी पुलिस और स्थानीय पुलिस के आला अधिकारी फिलहाल कुछ बोलने से बच रहे हैं।

अयोध्या से इंस्पेक्टर रजनीश कुमार पांडेय के नेतृत्व में पहुंची पुलिस की विशेष टीम पिछले तीन दिनों से भागलपुर, बांका और कटिहार में मकसूद के सहयोगियों की तलाश कर रही है। मकसूद की चार दिनों की पुलिस रिमांड मंगलवार को समाप्त हो जाएगी। पुलिस टीम उसे मंगलवार को यूपी के कोर्ट में पेश करेगी।

वॉट्सएप नंबर पर किया था धमकी भरा मैसेज

22 अगस्त 2024 को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के हेल्प डेस्क के वाट्सएप नंबर पर अज्ञात व्यक्ति ने मैसेज भेज राम मंदिर को आरडीएक्स से उड़ा देने की धमकी दी थी। इसे लेकर राम जन्मभूमि थाने में केस दर्ज कराया गया था। वहां की तकनीकी सेल ने जांच में मकसूद अंसारी की भूमिका उजागर की थी।

राम जन्मभूमि पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद से ही राम मंदिर को लेकर जैश-ए-मुहम्मद की ओर से लगातार धमकी दी जा रही है। 2023 में अयोध्या में पकड़े गए चरमपंथी इस्लामी संगठन पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के सदस्यों से मिली जानकारी में भी यह तथ्य सामने आया था कि कट्टरपंथी व आतंकी संगठन देश के मुस्लिम युवाओं को गुमराह कर उन्हें राम मंदिर के विरुद्ध अपनी साजिश में शामिल कर रहे हैं।

रिमांड पर लेकर 22 सितंबर को भागलपुर पहुंची थी यूपी पुलिस

अयोध्या के श्रीराम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने में मकसूद अंसारी की पहचान तकनीकी जांच में हुई थी। जिसके बाद 13 सितंबर 2024 की देर शाम बरारी थानाक्षेत्र के मस्जिद गली स्थित घर से उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तारी पूर्व मकसूद ने यूपी पुलिस टीम को खूब छकाया। 12 घंटे तक लुकाछिपी का खेल चला।

कभी अमरपुर तो कभी सकरुल्लाचक में होने का संदेशा भेज खेल करता रहा। बाद में अयोध्या पुलिस ने भागलपुर पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार कर लिया। फिस पुलिस टीम उसे लेकर अयोध्या रवाना हो गई। वहां के न्यायालय से चार दिनों के लिए रिमांड पर लेकर 22 सितंबर को भागलपुर पहुंची थी।

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