विक्रमशिला विश्वविद्यालय : चहारदीवारी पर दिखेगा इसका इतिहास, आडियो-वीडियो से विशेषता जान पाएंगे पर्यटक
विक्रमशिला विश्वविद्यालय प्रधान सचिव ने कहा प्राचीन नालन्दा और सारनाथ की श्रेणी में है यह धरोहर। उन्होंने बटेश्वरस्थान में बाबा बटेश की पूजा की। बटेश्वरस्थान और विक्रमशिला के निरीक्षण के दौरान कार्यपालक अभियंता दोनों जगहों का नक्शा और डीपीआर तैयार करने का निर्देश दिया।
संवाद सूत्र, कहलगांव (भागलपुर)। विक्रमशिला की चहारदीवारी पर इसका इतिहास दिखेगा। यहां आने वाले पर्यटक विक्रमशिला की विशेषता और इतिहास आडियो और वीडियो माध्यम से पर्यटक जान पाएंगे। पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने गुरुवार को निरीक्षण के दौरान यह तय किया।
प्रधान सचिव ने बटेश्वरस्थान और विक्रमशिला के निरीक्षण के दौरान राज्य पर्यटन विकास निगम के कार्यपालक अभियंता धनंजय नारायण और आर्किटेक्ट को दोनों जगहों का नक्शा और डीपीआर तैयार करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के बाद कहलगांव के एसडीओ मधुकांत, डीसीएलआर संतोष कुमार, सीओ रामावतार यादव आदि के साथ एक बैठक भी की। प्रधान सचिव ने विभाग द्वारा विक्रमशिला के सामने अर्जित 9 एकड़ 83 डिसमिल जमीन का मुआयना कर सारी जानकारियां लीं। विक्रमशिला के उत्खनन स्थल पर पड़े अवशेषों को भी देखा। इस दौरान उन्होंने कहा कि विक्रमशिला राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय धरोहर है। यह धरोहर प्राचीन नालन्दा और सारनाथ की श्रेणी में आती है। यहां पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं।
अर्जित जमीन पर विक्रमशिला की थीम पर बनाई जाएगी चहारदीवारी
प्रधान सचिव ने कहा कि में यहां का डीएम होने के समय कई बार ये सब देखने आया था। अब इसके विकास का समय आ गया है। कहा कि चहारदीवारी का निर्माण विक्रमशिला की थीम पर होगा। गाडिय़ों के लिए पार्किंग भी बनाई जाएगी। आडियो और वीडियो के माध्यम से पर्यटकों को विक्रमशिला के बारे में विस्तार से जानकारी मिला करेगी। पर्यटकों को ठहरने के लिए गेस्ट हाउस और सोलर लाइट आदि के काम कराए जाएंगे। डीपीआर तैयार होने के बाद सरकार के पास भेजा जाएगा। अब जल्द ही यहां सुविधाएं कर दी जाएंगी।
बटेश्वरस्थान का निरीक्षण के बाद की बाबा बटेश की पूजा
प्रधान सचिव ने बटेश्वरस्थान में गंगा घाट, सीढ़ी और परिसर का मुआयना कर बाबा बटेश के दरबार में हाजिरी लगाई। बटेश्वरस्थान में बाबा बटेश, भैरव मंदिर की सजावट, सीढ़ी का निर्माण और उसका विस्तार, स्टील पाइप और जंजीर की बैरिकेडिंग कराने की बात कही। पेयजल सुविधा, घाट पर चेंङ्क्षजग रूम, गेस्ट हाउस, रेस्टोरेंट, पार्किंग एरिया, सोलर लाइट, परिसर की विकास आदि कार्य कराने की योजना है। प्रधान सचिव ने कहा कि विक्रमशिला में पर्यटन विभाग द्वारा अर्जित जमीन के बीच जो कुछ हिस्सा छूट गया है, उसे भी अर्जित किया जाएगा। प्रधान सचिव ने कहा कि इस माह के अंत तक में मुझे नक्शा और डीपीआर मिल जाएगा। इसकी समीक्षा की जाएगी। फिर आगे बढ़ाया जाएगा।
जमीन का नहीं मिला है मुआवजा, अतिक्रमण हटाने की मिली नोटिस
पर्यटन विभाग द्वारा विक्रमशिला में अर्जित की गई जमीन का मुआवजा और नोटिस भी नहीं मिलने की शिकायत लेकर एक भूस्वामी प्रधान सचिव के पास पहुंचा। अंतीचक गांव के संजीव कुमार साह की जमीन को लेकर ऐसी शिकायत है। संजीव ने बताया कि जमीन खरीदकर घर बनाकर रह रहे हैं। प्रधान सचिव ने इसकी शिकायत के लिए भू-अर्जन विभाग जाने की बात कही और सीओ को इसे समझने को कहा। अतिक्रमण हटाने की नोटिस मिलने पर तीन दिन से संजीव परेशान है।