रेलवे स्टेशनों पर दिख रही डिजिटल इंडिया की धमक, किशनगंज समेत इन स्टेशनों पर वाईफाई की सुविधा
किशनगंज सहित आसपास के स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। रेल टेल द्वारा ऑप्टिकल फाइबर केबल के माध्यम से कनेक्टिविटी बहाल की गई है। इसका लाभ लेकर यात्री अब स्टेशन परिसर से मोबाइल एप के माध्यम से टिकटें खरीद पा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, किशनगंज। किशनगंज समेत तमाम स्टेशनों पर डिजिटल इंडिया की धमक दिखाई दे रही है। नॉर्थ फ्रंटियर रेवले के अधीन आने वाले 370 रेलवे स्टेशनों पर डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत वाई फाई की सुविधा बहाल की गई है। निश्शुल्क हाई स्पीड वाई फाई वाले 370 स्टेशनों में किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया समेत बिहार के 35 स्टेशन शामिल है। रेल टेल द्वारा ऑप्टिकल फाइबर केबल के माध्यम से कनेक्टिविटी बहाल की गई है। इसका लाभ लेकर यात्री अब स्टेशन परिसर से मोबाइल एप के माध्यम से टिकटें खरीद पा रहे हैं।
नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी शुभानन चंद्रा के अनुसार 370 स्टेशनों पर निश्शुल्क वाई-फाई उपलब्ध कराया जा रहा है। भारत सरकार के डिजिटल इंडिया की नीति के अंग के रूप में रेलवे स्टेशनों पर हाई स्पीड निश्शुल्क वाई-फाई की सुविधा बहाल की गई है।
प्रथम चरण में रेलटेल और गूगल के सहयोग से कुछेक स्टेशनों पर हाई स्पीड वाई फाई सेवाएं प्रदान की गई। जिसमें रेल टेल द्वारा ऑप्टिकल फाइबर केबल के माध्यम से नेटवर्क कनेक्टिविटी बहाल की गई। गूगल की तकनीकी सहायता के साथ रेडियो एक्सेस नेटवर्क उपकरण का प्रावधान किया गया। इसके बाद टाटा ट्रस्ट द्वारा स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा बहाल करने में सहायता मिली। नवंर 2020 तक नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे के अधीन आने वाले हॉल्ट स्टेशनों को छोड़कर सभी 370 स्टेशनों पर निश्शुल्क वाई-फाई हॉट स्पॉट का प्रावधान कर दिया गया।
सीपीआरओ के अनुसार एनएफ रेलवे के क्षेत्राधिकार में कुल 10 राज्य आते हैं। जिसमें पूर्वोत्तर के आठ राज्य और पूर्वी भारत के दो राज्य शामिल है। जिसमें महत्वपूर्ण स्टेशनों के अलावा ज्यादातर जिला व अनुमंडल मुख्यालय वाले स्टेशनों पर यह सुविधा बहाल की गई। जिसमेें असम के 213, पश्चिम बंगाल में 94, बिहार के 35, त्रिपुरा के 20, अरुणाचल प्रदेश में तीन, नागालैंड में दो और मेघालय, मणिपुर व मिजोरम के एक-एक स्टेशन शामिल है।