Bihar News: पुलिस टीम को देख पोखर में कूदा युवक, डूबने से मौत; 20 घंटे बाद एनडीआरएफ ने निकाला शव
भागलपुर के अठनियां मोड़ बनकट्टा के समीप गुरुवार की देररात पुलिस टीम को देख युवक पोखर में कूद गया। जहां डूबने से उसकी मौत हो गई। एनडीआरएफ की टीम के काफी मशक्कत से 20 घंटे बाद शुक्रवार दोपहर तीन बजे युवक का शव पोखर से बाहर निकाला। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया।
संवाद सूत्र, खरीक। अठनियां मोड़ बनकट्टा के समीप गुरुवार की देररात पुलिस टीम को देख युवक पोखर में कूद गया। जहां डूबने से उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान परबत्ता थाना क्षेत्र के जपतेली निवासी पंचकौरी राय के पुत्र गुलशन कुमार (29) के रूप में हुई।
एनडीआरएफ की टीम के काफी मशक्कत से 20 घंटे बाद शुक्रवार दोपहर तीन बजे युवक का शव पोखर से बाहर निकाला। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि गुलशन कुमार रोज की तरह गुरुवार की देर शाम भागलपुर से मजदूरी कर ई-रिक्शा से आ रहा था। इसी दौरान अठनिया मोड़ बनकट्टा के समीप पुलिस चेकिंग कर रही थी। गुलशन पुलिस को देख ई-रिक्शा से उतर भागने लगा। इसपर पुलिस उसे खदेड़ने लगी। वह पुलिस से बचने के लिए सड़क किनारे स्थित पोखर में कूद गया। इसकी जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
बड़ी संख्या में पुलिस बलों के साथ घटनास्थल पहुंचे अधिकारी
घटना की जानकारी थानाध्यक्ष को दी गई। इसके बाद सीओ अनिल भूषण, बीडीओ राजीव रंजन कुमार, थानाध्यक्ष नरेश कुमार, परबत्ता थानाध्यक्ष शंभु पासवान, नदी थानाध्यक्ष संतोष कुमार शर्मा, बिहपुर थानाध्यक्ष राहुल ठाकुर, झंडापुर थानाध्यक्ष विश्वबंधु कुमार बड़ी संख्या में पुलिस बलों के साथ घटनास्थल पहुंचे।
जहां देररात ही स्थानीय गोताखोरों के सहयोग से पोखर में युवक का काफी तलाश कराया। लेकिन रात होने के कारण पता नहीं चला। इसके बाद शुक्रवार की सुबह एनडीआरएफ टीम को बुलाया गया।
पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
एनडीआरएफ टीम के काफी मशक्कत से युवक का शव पोखर से बाहर निकाला। हालांकि कहां कि पुलिस चेकिंग कर रही थी, यह अबतक स्पष्ट नहीं हो पाया है। मृतक की भाभी सोनी देवी, प्रीती देवी, चांदनी देवी समेत पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक छह भाइयों में पांचवें नंबर पर था। मृतक की अभी शादी नहीं हुई थी।