Ara News: निलंबित रहते हुए इंस्पेक्टर ने बढ़ाई 35 % अवैध सम्पत्ति, पत्नी के खाते में भी जमा की राशि
Ara News बिहार में बालू के अवैध खेल में निलंबित खनन इंस्पेक्टर रंजीत कुमार पर महज चार साल में 35% संपत्ति बढ़ाने का आरोप है। आर्थिक अपराध इकाई की जांच में यह खुलासा हुआ है। उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया गया है। आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने शुक्रवार को उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की।
जागरण संवाददाता, आरा। Ara News: बालू के अवैध खेल मामले में निलंबित खनन इंस्पेक्टर रंजीत कुमार ने महज चार वर्ष के अल्प समय में ही अवैध ढंग से 35% अपनी संपत्ति को बढ़ा ली है। इसका खुलासा आर्थिक अपराध इकाई की जांच में हुई है।
इस मामले के प्रकाश में आते ही आर्थिक अपराध इकाई पटना के एसपी राजेश कुमार के बयान पर पटना में आए से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया गया है। मामला दर्ज होने के बाद आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने शुक्रवार को निलंबित इंस्पेक्टर के कई ठिकानों पर छापेमारी की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार निलंबित खनन इंस्पेक्टर रंजीत कुमार वर्ष 2021-22 के दौरान भोजपुर में रहते हुए बालू माफियाओं से संबंध रखने और विभागीय कार्यों में लापरवाही करने के कारण निलंबित किए गए थे। इसके बाद उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज कराया गया था।
आर्थिक अपराध इकाई ने जांच में पाया कि वर्ष 2013 से लेकर 2017 तक सहकारिता प्रसार पदाधिकारी के रूप में तैनात थे। इसके बाद वर्ष 2017 में इनकी पोस्टिंग सहकारिता विभाग से खनन विभाग में खनन इंस्पेक्टर के रूप में हो गई। इसके बाद उन्होंने सबसे पहले मधुबनी में योगदान दिया।
आरा में वर्ष 2020 से 2021 तक रहे। इसी बीच जुलाई 2021 में इनका स्थानांतरण मूल विभाग में कर दिया गया। आरा में ये मौलाबाग में रहने के साथ मुल रुप से ये पटना के पटना सिटी स्थित खाजीकला थाना के नून का चौराहा मोहल्ला के अस्थाई निवासी बताए जाते हैं।
पत्नी और अपने नाम से अवैध संपत्ति कमा लाखों की राशि जमा की
आर्थिक अपराधी इकाई के द्वारा जांच के क्रम में पता चला कि रंजीत कुमार ने अपनी पत्नी कुमारी सुमन के नाम मधुबनी और पटना में आवासीय जमीन तथा अपने नाम पर बैंक खाते में बड़ी मात्रा में राशि जमा की। जांच में पाया गया कि कुल कमाई का 35% से ज्यादा राशि अवैध ढंग से कमाई की गई जिसका कोई कागजात इन्होंने अब तक आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारी को नहीं दिखाया है। फिलहाल इसी मामले में उनके खिलाफ इनके ठिकानों पर छापेमारी चल रही है।